परिजनों के चेहरों से गायब हुई लौटी मुस्कान
विक्रम के मिलने की खबर मिलने के बाद से विक्रम के परिजनों के चेहरों से गायब हुई मुस्कान लौट आई है। जयपुर के वैशाली इलाके में जसवंत नगर का रहने वाला विक्रमादित्य सिंह नौकरी करने सऊदी अरब गया था। अलहुसैनी ट्रैवल्स को ढाई लाख रुपए अदा करने के बाद सऊदी अरब में 60 हजार की नौकरी पर पिछले साल 4 अक्टूबर को रियाद पहुंचा।
विक्रम के मिलने की खबर मिलने के बाद से विक्रम के परिजनों के चेहरों से गायब हुई मुस्कान लौट आई है। जयपुर के वैशाली इलाके में जसवंत नगर का रहने वाला विक्रमादित्य सिंह नौकरी करने सऊदी अरब गया था। अलहुसैनी ट्रैवल्स को ढाई लाख रुपए अदा करने के बाद सऊदी अरब में 60 हजार की नौकरी पर पिछले साल 4 अक्टूबर को रियाद पहुंचा।
पत्रिका समूह ने परिवार के इस दर्द को समझा
विक्रम कुछ दिन बाद ही गायब हो गया। परिवार के लोगों की उससे 18 अक्टूबर के बाद बात ही नहीं हो पाई। इससे परिवार के लोग चिंता के सागर में डूब गए। न विक्रम का पता चल पा रहा था और न ही उससे बात हो पा रही थी। पत्रिका समूह ने परिवार के इस दर्द को समझा और विक्रम के मामले को प्रमुखता से प्रसारित किया गया। स्थानीय लोगों ने भी विदेश मंत्रालय पर दबाव बनाया। आखिर भारतीय दूतावास हरकत में आया।
विक्रम कुछ दिन बाद ही गायब हो गया। परिवार के लोगों की उससे 18 अक्टूबर के बाद बात ही नहीं हो पाई। इससे परिवार के लोग चिंता के सागर में डूब गए। न विक्रम का पता चल पा रहा था और न ही उससे बात हो पा रही थी। पत्रिका समूह ने परिवार के इस दर्द को समझा और विक्रम के मामले को प्रमुखता से प्रसारित किया गया। स्थानीय लोगों ने भी विदेश मंत्रालय पर दबाव बनाया। आखिर भारतीय दूतावास हरकत में आया।
विक्रम का सकुशल घर लौटना दूसरे जन्म से कम नहीं
करीब तीन महीने बाद विक्रम सऊदी अरब में सकुशल मिल गया। भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि की। इसके बाद से परिवार की खुशियां लौट आई है। उनके चेहरों पर तीन माह बाद मुस्कान लौटी है। विक्रम की मां इचरज कंवर व बहन हेमकंवर का कहना है कि विक्रम का सकुशल घर लौटना दूसरे जन्म से कम नहीं। परिजनों के अनुसार सूचना मिलने के बाद से लगातर लोग उन्हें फोन करके विक्रम के मिलने पर बधाइयां दे रहे हैं।
करीब तीन महीने बाद विक्रम सऊदी अरब में सकुशल मिल गया। भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि की। इसके बाद से परिवार की खुशियां लौट आई है। उनके चेहरों पर तीन माह बाद मुस्कान लौटी है। विक्रम की मां इचरज कंवर व बहन हेमकंवर का कहना है कि विक्रम का सकुशल घर लौटना दूसरे जन्म से कम नहीं। परिजनों के अनुसार सूचना मिलने के बाद से लगातर लोग उन्हें फोन करके विक्रम के मिलने पर बधाइयां दे रहे हैं।
बहुत से लोग भी पहुचे हैं। परिजनों ने इस खुशी के मौके पर घर पर विशेष पूजा करवाई। हमारी खुशियां लौट रहीं हैं जब से विक्रम के लौटने की सूचना मिली है तभी से घर में ही नहीं पूरे जसवंत नगर में खुशी का माहौल है। परिजनों के अनुसार सोनू (विक्रम) के साथ ही हमारी खुशियां लौट रही हैं। लगता है हमारी खुशियों से ग्रहण हट गया। भाभी प्रियंका का कहना था कि वे 8 दिसम्बर को अपनी शादी की पहली वर्षगांठ नहीं मना पाईं थी अब जल्द ही सेलिब्रेशन होगा।