दरअसल 19 फरवरी को आयोजित सीएचओ परीक्षा का प्रश्न पत्र साढ़े दस बजे शुरू हो गया था। लेकिन एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया कि उसके पास किसी ने यह पेपर करीब सवा तीन घंटे पहले ही भेज दिया। उसने पेपर पर गौर नहीं किया। लेकिन बाद में पता चला कि इस पेपर के 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रश्न असल पेपर मे आ गए हैं। उसके बाद तो एक से दूसरे,,, तीसरे,, कई जगहों पर यह पेपर चलता चला गया। बोर्ड के पास मामला पहुंचा तो बोर्ड ने भी इसे लीक की तरह ही देखा। अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरि प्रसाद शर्मा का कहना है कि हम तय नहीं कर पा रहे हैं… हालात लीक जैसे ही लग रहे हैं। लेकिन पुख्ता जांच के लिए एसओजी को सारे साक्ष्य सौप दिए गए हैं। उनकी जांच के बाद ही इसे पूरी तरह से लीक माना जाएगा।