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पैलेस ऑन व्हील्स: प्रमोशन फीका, कमजोर ब्रांडिंग, पावणों को तरसी शाही ट्रेन, धीरे-धीरे कम हो रहे यात्री

राजस्थान पर्यटन के प्रमोशन और ब्राडिंग के लिए पर्यटन विभाग के अफसरों के विदेश दौरे शायद सैर सपाटे तक ही सीमित रहे।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Nov 02, 2023

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Palace On Wheels Train: राजस्थान पर्यटन के प्रमोशन और ब्राडिंग के लिए पर्यटन विभाग के अफसरों के विदेश दौरे शायद सैर सपाटे तक ही सीमित रहे। अफसरों के विदेश दौरे तो हुए लेकिन राजस्थान पर्यटन का फीका प्रमोशन औ कमजोर ब्राडिंग के कारण पावणें शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स की सवारी के लिए आकर्षित नहीं हो सके। यही वजह रही है कि कभी जिस शाही ट्रेन की सवारी के पावणें महीनों इंतजार करते थे वह ट्रेन इस बार पावणों के लिए तरस रही है। उधर पैलेस ऑन व्हील्स में यात्रियों की कम होती संख्या पर पर्यटन विशेषज्ञ भी चिंतित हैं।

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भरे पूरे पर्यटन सीजन में भी महज 35 पावणें: पैलेस ऑन व्हील्स 84 सीटर है। चूंकि अब 1 सितंबर से दुनिया में नया पर्यटन सीजन शुरू हो गया है। विदेशी पावणें जयपुर और राजस्थान घूमने के लिए भारी संख्या में आ रहे हैं । लेकिन विदेशी पावणें ट्रेन में सवार होकर राजस्थान घूमने की ओर आकर्षित नहीं हो रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि 84 सीटर ट्रेन पहले फेरे से ही पावणों के लिए तरस रही है। पहले फेरे में 67 पावणें थे। दूसरे व तीसरे फेरे में कुछ ज्यादा अच्छी स्थिति नहीं थी और चौथे फेरे में महज 35 पावणें ही ट्रेन में सवार हैं।

सैर सपाटे तक सीमित रहा प्रमोशन और ब्राडिंग : शाही ट्रेन जिस तरह से पावणों की कमी से जूझ रही है उससे पर्यटन विभाग में भी चर्चा है कि अफसरों के राजस्थान पर्यटन के प्रमोशन और ब्राडिंग के एक विदेश दौरे पर सरकार ने 10 से 15 लाख रुपए खर्च किए। लेकिन इन दौरों का खास नतीजा निकल कर सामने नहीं आया।

पैलेस ऑन व्हील्स के डायरेक्टर ऑपरेशन प्रदीप बोहरा से सीधी बात
-ट्रेन में इस बार 35 यात्री ही सवार हैं,यात्रियों की संख्या इतनी कम कैसे
-हां यह सही है कि इस फेरे में केवल 35 यात्री ही हैं। लेकिन आगे के फेरों में ट्रेन फुल है।
-विदेशों में राजस्थान पर्यटन का फीका प्रमोशन और कमजोर ब्राडिंग की वजह से यात्री नहीं मिले
-सीधे तौर पर तो ऐसे नहीं कह सकते। विदेशी पावणें अपना टूर प्रोग्राम अपने हिसाब से तय करते हैं।
-क्या शाही ट्रेन को लेकर विदेशी पावणों का आकर्षण कम हो गया है
-नहीं ऐसी बात नहीं है,हमने आगामी फेरों में नई ब्राडिंग के हिसाब से तैयारी कर रखी है।

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पैलेस ऑन व्हील्स में पावणों की कम होती संख्या वाकई राजस्थान पर्यटन के लिए चिंता का विषय है। पर्यटन विभाग ट्रेन के प्रमोशन और ब्राडिंग को लेकर नए सिरे से सोचे। जिससे आने वाले फेरों में यात्रियों की संख्या बढ़े ।-संजय कौशिक, पर्यटन विशेषज्ञ