इसमें सीएम गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद थे, लेकिन पायलट नहीं गए थे। माना जा रहा है कि पायलट और डूडी के बीच दूरी बन गई है। वसुंधरा शासन के समय पायलट कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और डूडी नेता प्रतिपक्ष थे। डूडी ने सोमवार को कृषि भवन में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वसुंधरा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला था। हमने सदन और सड़क पर विपक्ष की मजबूत भूमिका निभाई थी और सरकार की नाकामियों को जनता के बीच लेकर गए थे। डूडी ने कहा कि जो सही है, उसको मैं सही और गलत को गलत कहता हूं।
मेरी लड़ाई सिद्धांतों और विचारधारा की थी। अब उन मामलों को सुलझा लिया गया है। गहलोत सरकार ने साढ़े चार साल में राजस्थान को विकसित राज्य बनाया है।