तीनों ने सोने की ईंट बेचने के नाम पर उसे पीतल की ईंट देकर रुपए ठग लिए हैं। वह तीनों आरोपियों की टटलूबाजी का शिकार हो गया। इस पर पुलिस ने शिकायत को जांच में ले लिया। पड़ताल में सामने आया कि आरोपी तीनों लोग साइबर ठगी में सक्रिय हैं। तीनों को लोगों को पकड़ा गया, लेकिन जांच में भारत ने ठगी की जो जगह और दिन बताया था, उस वक्त तीनों वहां पर मौजूद ही नहीं थे।
भारत को थाने में बुलाकर आमने-सामने करवाया गया, लेकिन भारत ठगी होने की बात पर डटा रहा। हालांकि थाने से जाने के बाद भारत का फोन बंद है। पुलिस को अंदेशा है कि भारत थाने में फर्जी ठगी की शिकायत दर्ज कर तीनों साइबर ठगों से मोटी रकम ऐंठना चाहता था। हालांकि जांच में मामला खुल गया और भारत का अता-पता नहीं है।
समझौते के नाम पर पैसे वसूलने थे
सूरत निवासी भारत झूठी शिकायत दर्ज करवाने के साथ साइबर ठगी करने वाले दूसरे पक्ष से समझौते के नाम पर मोटी रकम मांग रहा था, लेकिन ठगी की रकम वसूलने से पहले पुलिस ने उसकी पोल खोल दी, जिसके चलते वह भाग गया। पुलिस जानकारी जुटा रही है।पीड़ित की जानकारी जुटाई तो खुलासा
भारत के भाग जाने के बाद पुलिस ने उसके संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह खुद साइबर ठग है। मेवात क्षेत्र निवासी सुन्वी, अमर, शरीफ से उसके संपर्क हैं। भारत इसलिए शिकायत दर्ज करवाने आया था कि पुलिस की नजर दूसरे पक्ष पर रहे और उनके क्षेत्र में भी साइबर ठगी करता रहे। हालांकि पुलिस भारत सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। ठगों के साथ रिवर्स ठगी करने का मामला आया है। पुलिस तस्दीक के बाद ठगी की रिपोर्ट देने आए और उसे बुलाने वालों के खिलाफ ही मामला दर्ज कर जांच हो रही है।
राहुल प्रकाश, रेंज आइजी, भरतपुर
राहुल प्रकाश, रेंज आइजी, भरतपुर