One Border One Force : देश की पहली एकीकृत सैन्य कमान (आइटीसी) जयपुर में स्थापित करने की घोषणा 15 अगस्त को हो सकती है। आइटीसी स्थापित करने के लिए थल सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान और मध्य कमान ने इसी साल सामरिक अध्ययन करके प्रस्तुति दे दी है। भारतीय वायु सेना की मध्य कमान और पूर्वी कमान ने भी अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। अब पहली आइटीसी जयपुर में बनाने की पूरी तैयारी है।
पश्चिमी कमान के नाम से स्थापित होने वाली इस कमान में जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 2300 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी का नियंत्रण होगा। चार लाख से अधिक सैन्यकर्मी इस कमान के अंतर्गत कार्य करेंगे। करगिल युद्ध के बाद आइटीसी की बात शुरू हुई थी। इसी साल अप्रेल में हुई कमांडर कांफ्रेंस में इसकी चर्चा हुई।
इसकी रूपरेखा तत्कालीन सीडीएस जनरल विपिन रावत के समय खींची गई थी। इस समय अमरीका, रूस और चीन के पास एकीकृत सैन्य कमान हैं। इसमें एक सैन्य अधिकारी के आदेश पर नौसेना, वायुसेना और थलसेना कार्य करती है।
ले जनरल कलिता दौड़ में आगे…
लेफ्टिनेंट जनरल रैंक का अधिकारी एकीकृत कमान का कमांडर बनेगा। इसकी दौड़ में पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता आगे हैं। दक्षिण पश्चिमी कमान का जिम्मा संभाल रहे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू भी इस दौड़ में शामिल हैं। थियेटर कमांडर की सेवानिवृत आयु 61 वर्ष की जा सकती है।
पश्चिमी एकीकृत कमान क्यों?