मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (
CM Ashok Gehlot ) ने कर्नाटक में सरकार गिरने के बाद सीधे तौर पर कहा कि भाजपा नेताओं का बस चले तो हिन्दुस्तान भर में वह यह ही काम करेंगे, इनके पास कोई दूसरा काम नहीं है। यह इनको भारी पड़ेगा और भाजपा में ही बगावत होगी। समय का इंतजार कीजिए, अंतिम जीत सत्य की होती है। गहलोत ने कहा कि यह लोग सरकारें गिराने और पैसे के लेन-देन के माध्यम से विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं। कर्नाटक की तरह अन्य राज्यों में इसी तरह सरकार गिराने के प्रयास के सवाल पर गहलोत ने कहा कि भाजपा की चिंता सरकारें गिराने में लगा हुआ है, जबकि अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चन्द कटारिया (
Gulab Chand Kataria ) ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार को विधानसभा अध्यक्ष जितना बचा सकते थे, उतना बचा लिया। वहां सरकार का जाना पहले से तय था। अब मध्य प्रदेश में भी स्थिति डांवाडोल दिख रही है। राजस्थान में भी कांग्रेस में आपस में फूट है। जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि गांव-गांव की जनता उन्हें ही मुख्यमंत्री देखना चाहती थी, वहीं सदन में उपमुख्यमंत्री पायलट ने जवाब देते समय दुनियाभर का जिक्र किया, लेकिन मुख्यमंत्री का नाम या उनके काम को नहीं गिनाया। कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों से भाजपा सम्पर्क में नहीं है और ना ही रहना चाहती है। कांग्रेस को हम नहीं मारेंगे, वह तो खुद ही अपनी गति से मर जाएगी।
भाजपा में दम नहीं खाचरियावास परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (
Pratap Singh Khachariyawas ) ने कहा कि भाजपा के पास कोई काम नहीं है। केन्द्र सरकार का बजट आमजन विरोधी रहा है और पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा दिए। केन्द्र सरकार सिर्फ धन-बल के दम पर गैर भाजपा सरकारों को अस्थिर करने में लगी हुई है। प्रदेश में भाजपा द्वारा सरकार गिराने के सवाल पर खाचरियावास ने कहा कि भाजपा में इतना दम नहीं है। सचिन पायलट (
Sachin Pilot ) के जवाब में मुख्यमंत्री का जिक्र नहीं करने के भाजपा नेताओं के आरोप पर उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के पास कोई काम नहीं है। इनके पास न तो जनता के मुद्दे है और न ही एजेण्डा, सिर्फ कांग्रेस में कमियां निकालते रहते हैं।