नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप) का बजट रुकने के बाद शहरी सरकार सहित अन्य महकमे सक्रिय हुए। जिसके चलते दिल्ली से आए एनकैप के निदेशक प्रशांत भार्गव ने कलक्ट्रेट सभागार में बैठक ली। बैठक में उन्होंने हरियाली को बढ़ावा देने से लेकर आबादी क्षेत्रों से लेकर बाजारों में धूल कम से कम उड़े, इस पर ध्यान देने के लिए कहा। इसके अलावा बैठक में मौजूद सदस्यों से सुझाव भी दिए। सुझावों में दिल्ली की तर्ज पर यहां भी ऑड और ईवन को लेकर भी चर्चा हुई। कई अधिकारी इस प्रस्ताव के पक्ष में दिखे।
बढ़ाएंगे प्रदूषण नापने के सेंटर
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि छह स्थानों पर प्रदूषण नापने के बड़े सेंटर संचालित हो रहे हैं। बैठक इनकी संख्या बढ़ाकर दस करने पर चर्चा की गई।क्या है नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप)
केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम शुरू किया था, जिसका उद्देश्य वायु प्रदूषण कम करना है।चेन्नई सहित कई शहरों ने प्रदूषण किया कम
-एनकैप से मिलने वाले पैसे का सही उपयोग करने पर चेन्नई सहित अन्य शहरों ने प्रदूषण का स्तर कम कर लिया। ऐसे में इन शहरों के पैसा केंद्र सरकार देती रहेगी।-चेन्नई के अलावा रायपुर, बेंगलुरू, नागपुर, हैदराबाद से लेकर इंदौर, कोलकाता, कोटा, अमृतसर और मुम्बई जैसे शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार हुआ है।