चौधरी ने कल भी किया था ट्वीट:
चौधरी ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल पूछा हैं कि, ‘ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले को कल कैबिनेट बैठक में रखने के बावजूद एक विचारधारा विशेष के द्वारा इसका विरोध चौंकाने वाला है, गहलोत जी मैं स्तब्ध हूँ आख़िर क्या चाहते हैं आप? चौधरी ने लिखा कि मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूँ कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी लड़ूगा। इससे पहले ओबीसी वर्ग के 21 फ़ीसदी आरक्षण कोटे में भूतपूर्व सैनिकों को शामिल करने के कार्मिक विभाग के आदेशों की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर लंबे समय तक आंदोलन हुआ था। इसके बाद गहलोत सरकार ने ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को विसंगतियों को दूर करने की सैद्धांतिक सहमति दे दी हो लेकिन काफी वक्त बीतने के बाद भी अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिली है।
चौधरी ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल पूछा हैं कि, ‘ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले को कल कैबिनेट बैठक में रखने के बावजूद एक विचारधारा विशेष के द्वारा इसका विरोध चौंकाने वाला है, गहलोत जी मैं स्तब्ध हूँ आख़िर क्या चाहते हैं आप? चौधरी ने लिखा कि मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूँ कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी लड़ूगा। इससे पहले ओबीसी वर्ग के 21 फ़ीसदी आरक्षण कोटे में भूतपूर्व सैनिकों को शामिल करने के कार्मिक विभाग के आदेशों की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर लंबे समय तक आंदोलन हुआ था। इसके बाद गहलोत सरकार ने ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को विसंगतियों को दूर करने की सैद्धांतिक सहमति दे दी हो लेकिन काफी वक्त बीतने के बाद भी अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिली है।
चौधरी के नेतृत्व में दिया था धरना—
ओबीसी आरक्षण और विसंगतियां दूर करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यर्थियों ने 30 सितंबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर विशाल धरना दिया था। इसके बाद आनन-फानन में धरने का नेतृत्व कर रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीच वार्ता हुई थी जिसके बाद दोनों नेताओं और कार्मिक विभाग के अधिकारियों के बीच मुख्यमंत्री कार्यालय में सकारात्मक बैठक भी हुई थी।
ओबीसी आरक्षण और विसंगतियां दूर करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यर्थियों ने 30 सितंबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर विशाल धरना दिया था। इसके बाद आनन-फानन में धरने का नेतृत्व कर रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीच वार्ता हुई थी जिसके बाद दोनों नेताओं और कार्मिक विभाग के अधिकारियों के बीच मुख्यमंत्री कार्यालय में सकारात्मक बैठक भी हुई थी।
ओबीसी आरक्षण बहाल करो कैंपेन शुरू
वहीं ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को दूर करने के लिए देरी होने से एक बार फिर ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यार्थियों का धैर्य जवाब दे रहा है, इसे लेकर ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यार्थियों ने सोशल मीडिया के जरिए फिर से ओबीसी आरक्षण बहाल करो कैंपेन शुरू कर दिया है। साथ ही जल्द से जल्द विसंगतियां दूर नहीं होने पर फिर से आंदोलन की राह पकड़ने की चेतावनी भी दे डाली है।
वहीं ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को दूर करने के लिए देरी होने से एक बार फिर ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यार्थियों का धैर्य जवाब दे रहा है, इसे लेकर ओबीसी वर्ग से जुड़े अभ्यार्थियों ने सोशल मीडिया के जरिए फिर से ओबीसी आरक्षण बहाल करो कैंपेन शुरू कर दिया है। साथ ही जल्द से जल्द विसंगतियां दूर नहीं होने पर फिर से आंदोलन की राह पकड़ने की चेतावनी भी दे डाली है।
खाचरियावास बोले, मुझे आरक्षण विरोधी बताने की साजिश— वहीं कल के हरीश चौधरी के ट्वीट के बाद कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सफाई दी हैं कि मुझे ओबीसी आरक्षण का विरोधी बताने की साजिश की जा रही है। मैनें और कैबिनेट के अन्य साथियों ने बैठक में ये कहा था कि इस बारे में सभी से बात करके फैसला किया जाए।