देश में सबसे ज्यादा किलोमीटर रेललाइन बिछाने में उत्तर पश्चिम रेलवे अव्वल आया है। इसमें अंतर्गत रेलवे ने परिवर्तन, दोहरीकरण, नई लाइनों व विद्युतीकरण के कार्यों को पूरा किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 265 किलोमीटर निर्माण किया है। यह पूरे भारतीय रेलवे पर अधिकतम है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि निर्माण परियोजनाओं को पूर्ण करने पर विशेष ध्यान दिया गया। इससे इसका लाभ देश के लोगों को समयानुसार मिल सकें। वर्तमान निर्माण परियोजनाओं को पूरा किया गया है। 10 वर्षों में सर्वाधिक है तथा यह इस वर्ष सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अधिकतम है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि निर्माण परियोजनाओं को पूर्ण करने पर विशेष ध्यान दिया गया। इससे इसका लाभ देश के लोगों को समयानुसार मिल सकें। वर्तमान निर्माण परियोजनाओं को पूरा किया गया है। 10 वर्षों में सर्वाधिक है तथा यह इस वर्ष सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अधिकतम है।
रेल संचालन हुआ शुरू
उत्तर पश्चिम रेलवे के फुलेरा-जोधपुर रेलमार्ग पर वर्ष 2021-22 में मात्र 5 माह में 128 किलोमीटर मार्ग का दोहरीकरण पूर्ण कर रेल संचालन प्रारम्भ कर दिया गया है। फुलेरा-जोधपुर रेलमार्ग के डेगाना-बोरावड, डेगाना-मेडता रोड, मेडता रोड-खारिया खंगारिया और बोरावड-कुचामन सिटी रेलखण्डों का दोहरीकरण रेल संचालन प्रारम्भ किया गया।
2023 तक ये होंगे पूरे
फुलेरा-जोधपुर रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए रेलखण्ड कुचामन सिटी-नावां सिटी को जुलाई 2022, खारिया खंगार-पीपाड रोड को मई 2022, पीपाड रोड-राई का बाग को दिसम्बर 2022 तथा नावां सिटी-फुलेरा को जनवरी 2023 में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
फुलेरा-जोधपुर रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए रेलखण्ड कुचामन सिटी-नावां सिटी को जुलाई 2022, खारिया खंगार-पीपाड रोड को मई 2022, पीपाड रोड-राई का बाग को दिसम्बर 2022 तथा नावां सिटी-फुलेरा को जनवरी 2023 में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुंबई के लिए तैयार होगा वैकल्पिक मार्ग
जयसंमद-खारवाचांदा 37 किलोमीटर रेलखण्ड का आमान परिवर्तन का कार्य मई 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे उदयपुरसिटी से अहमदाबाद तक सीधा सम्पर्क हो जाएगा और मुम्बई के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। इसके साथ ही दौसा-गंगापुर नई लाइन के पीपलाई-डीडवाना 35 किलोमीटर रेलखण्ड के कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य दिसम्बर 2022 रखा गया है।
जयसंमद-खारवाचांदा 37 किलोमीटर रेलखण्ड का आमान परिवर्तन का कार्य मई 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे उदयपुरसिटी से अहमदाबाद तक सीधा सम्पर्क हो जाएगा और मुम्बई के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। इसके साथ ही दौसा-गंगापुर नई लाइन के पीपलाई-डीडवाना 35 किलोमीटर रेलखण्ड के कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य दिसम्बर 2022 रखा गया है।