इससे पहले गुस्साए 500 से अधिक आरएएस अधिकारियों ने गुरुवार को जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया। सचिवालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया गया। हालांकि नरेश मीणा की गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद भी आरएएस अधिकारियों ने अपनी हड़ताल नहीं तोड़ी। रात तक एसोसिएशन सीएम से मिलने का इंतजार करती रही।
आरएएस अधिकारियों का कहना है कि एसडीएम, एडीएम जैसे अधिकारी जब फील्ड में होते हैं तो उन्हें उचित सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर आरएएस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मिलने का फैसला किया और अपनी मांग रखी कि अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एम्प्लाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। उनका कहना है कि यह एक्ट अधिकारियों के खिलाफ होने वाली हिंसा और हमलों से सुरक्षा प्रदान करेगा।
आरएएस एसोसिएशन का कहना है कि यदि अधिकारियों को उचित सुरक्षा नहीं मिलती तो उनके कामकाजी माहौल पर नकारात्मक असर पड़ेगा और इससे प्रशासनिक कार्यों में भी रुकावट आ सकती है। इसके अलावा, तहसीलदार, कानूनगो, सचिवालय कर्मचारी संघ, पटवार और सरपंच संघों ने भी आरएएस अधिकारियों की हड़ताल का समर्थन किया है।