ऐसा होने पर जयपुर से वाहनों को एक्सप्रेसवे लेने के लिए दौसा तक करीब 56 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इसका मतलब वाहन सीधा बांदीकुई एक्सप्रेसवे ले सकेंगे जिससे लोगों के 30 से 45 मिनट बचेंगे। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना के एक बार पूरा होने के बाद इस एक्सप्रेवे पर पहुंचने के लिए लोगों को एनएच-21 पर एक ओवरब्रिज लेना होगा।
अभी जयपुर से वाहनों को बगराना तक पहुंचने के लिए करीब 9 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। एनएचएआई 1368 करोड़ रुपए की लागत से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहा है। अधिकारियों ने आगे कहा कि इस एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर बसे गांवों के साथ कुछ मुद्दों को लेकर समस्या से जिसे लेकर वार्ता चल रही है।
जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा और प्रोजेक्ट को तय सीमा में ही पूरा कर लिया जाएगा। यह एक्स्रपेसवे 56 गांवों तक फैला है। इनमें जयपुर जिले के 29, जबकि दौसा जिले के 27 गांव शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 11 नवंबर, 2022 को शुरू हुआ था। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने के बाद जयपुर और दिल्ली की दूरी 20 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे दिल्ली पहुंचने में महज 2 घंटे लगेंगे।