राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड अब हर बड़ी परीक्षा में अभ्यर्थी को गृह जिले से बाहर ही परीक्षा केंद्र आवंटित करेगा। राजस्थान लोकसेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग और अन्य विभागीय परीक्षाओं में अधिकांश बार नकल गिरोह की घुसपैठ से अलग नवगठित बोर्ड की हर परीक्षा सफल रही है। बोर्ड ने महिला पर्यवेक्षक परीक्षा में सांकेतिक और पटवारी प्रारम्भिक परीक्षा में पूरी तरह से सभी अभ्यर्थियों को गृह जिले से बाहर केंद्र आवंटित किए थे। पटवारी परीक्षा में सफलता के बाद गृह जिला बदलना तय हुआ है। नकल गिरोह के लोग गृह जिलों में सांठगांठ कर लेते थे। ये पेपर आउट करा लेते थे या केंद्रों पर मिलीभगत से नकल कराते थे। अब एनवक्त पर दूसरे जिले में केंद्र आवंटित होगा तो मिलीभगत की आशंका कम रहेगी। इन परीक्षाओं का जिम्मा राज्य में 3600 रुपए ग्रेड-पे से नीचे की सभी भर्तियों का जिम्मा चयन बोर्ड पर है। गठन के एक साल में बोर्ड ने कृषि अभियंता की दो (सामान्य क्षेत्र और टीएसपी )महिला पर्यवेक्षक की दो (सामान्य क्षेत्र और टीएसपी ) तथा पटवारी भर्ती परीक्षा करवाई है। मई तक बोर्ड दो और परीक्षाएं कराएगा। दो प्रयोग रहे सफल, इसलिए लिया फैसला सबसे पहले नवंबर 2015 में महिला पर्यवेक्षक परीक्षा में नकल की आशंका के चलते बाड़मेर व नागौर जिले के सभी परीक्षार्थियों के केंद्र बदल दिए थे। इससे पहले आरपीएससी क्लर्क परीक्षा में यहां के कई केंद्रों पर हाईटेक तरीके से नकल हुई थी। ऐनवक्त पर केंद्र बदलने से नकल रोकने में कामयाबी मिली। दो अन्य जिलों में भी कुछ परीक्षार्थियों के केंद्र बदले थे। यहां भी नकल नहीं हो पाई थी। इसी के चलते पटवारी परीक्षा में यह प्रयोग फिर किया गया।