मुख्यमंत्री विद्यार्थियों को घर भेजने के लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) के साथ ही गृहमंत्री शाह से बात कर आग्रह कर चुके हैं। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही कोटा में अटके कोचिंग विद्यार्थियों का अपने-अपने घर लौटने का सिलसिला जारी है। उत्तरप्रदेश ने सबसे पहले अपने विद्यार्थियों को राजस्थान से यूपी लाने के लिए बसें भेजी थीं। मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 5 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 18 हजार स्टूडेंट्स अपने-अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के करीब 12 हजार 500, मध्यप्रदेश के 2800, गुजरात के 350 तथा दादरा एवं नागर हवेली के 50 बच्चे अपने परिवार के पास पहुंच गए हैं। इसी प्रकार कोटा संभाग के अन्य जिलों के 2200 बच्चों को भी सकुशल उनके घर पहुंचाया गया है।
इन राज्यों के विद्यार्थियों को मिली राहत
कोटा से शुक्रवार को हरियाणा के 1000, असम के 400 और राजस्थान के विभिन्न जिलों के 1500 बच्चे अपने-अपने घरों के लिए रवाना होने के लिए व्यवस्थाएं की गईं। इसी तरह शनिवार को हिमाचल प्रदेश के 100, राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के 500 बच्चे बसों के जरिए तथा 300 बच्चे अपने निजी साधनों से घर जाएंगे। आपको बता दें कि अभी भी बिहार के करीब 11 हजार, झारखण्ड के 3 हजार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के 2500-2500 बच्चे, महाराष्ट्र के 1800 एवं ओडिशा के करीब एक हजार बच्चे कोटा में मौजूद हैं। जम्मू-कश्मीर से बच्चों की सकुशल वापसी के लिए वार्ता जारी है।
गूगल फॉर्म से कर सकते हैं आवेदन
कोटा जिला प्रशासन ने घर लौटने के इच्छुक राजस्थान के अन्य जिलों के कोटा में पढ़ रहे कोचिंग विद्यार्थियों के लिए एक गूगल फॉर्म http://bit.ly/Raj_Students_Ghar_Waapsi जारी किया है। इस पर घर जाने के इच्छुक कोटा में रह रहे कोचिंग छात्र को अपना मोबाइल नंबर, कोचिंग आईडी प्रूफ और जिस माध्यम से वह घर जाना चाहते हैं, उसे दर्शाना होगा। साथ ही एक हैल्पलाइन नंबर 0744-2325342 भी शुरू की गई है। इस पर अपने घर जाने के इच्छुक कोटा के कोचिंग छात्र सम्पर्क कर सकते हैं।