31 मीटर भराव क्षमता वाले बांध के अब तक के इतिहास को देखा जाए तो 2006 में रिकॉर्ड 3.50 मीटर की चादर चली। जो अब तक एक रिकॉर्ड दर्ज हैं। इसके अलावा वर्ष 2006, 2011 एवं 2013 में जाखम बांध पर 2 मीटर या उससे अधिक की भी चादर चली थी।
जाखम बांध परियोजना सिंचाई विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 1986 से लेकर 2022 तक 31 मीटर भराव क्षमता वाला जाखम बांध अब तक 21 बार छलका हैं। जाखम बांध वर्ष 1986, 88, 89, 90, 91, 93, 94, 96, 2001, 2004, 2006, 11, 12, 13, 15, 16, 17, 18, 19, 2020, 2022 में ओवरफ्लो होकर चादर चली है।
शाम पांच बजे तक -29.85 मीटर तक भरा बांध अब बस इतना ही खाली—-1.15 मीटर यह भी पढ़े : जवाई बांध : बहुत तेजी से आ रहा पानी, यही रफ्तार रही तो इसी सप्ताह दसवीं बार छलक जाएगा बांध
पश्चिम राजस्थान के सबसे बड़े बांध जवाई बांध में भी इस समय बहुत तेजी से पानी की आवक बनी हुई है। पिछले चौबीस घंटे की ही बात की जाए तो पांच फीट पानी आ गया है। पानी आने की यही रफ्तार बनी रही तो बांध छलकने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। जवाई बांध पाली में स्थित है। बांध के 13 गेट हैं। बांध में बुधवार दोपहर दो बजे तक 48.70 फीट पानी आ चुका है। वहीं अब बांध अब केवल 13 फीट से भी कम खाली रहा है। बांध में दोपहर चार बजे तक 61.25 प्रतिशत पानी आ चुका है।
दोपहर दो बजे तक बांध में पानी-48.70 फीट बांध अब बस इतना ही खाली-12. 55 फीट ——————————– माही के दस तो बीसलपुर के खुले हैं छह गेट
राजस्थान के प्रमुख बांधों में शुमार माही व बीसलपुर बांध छलकने के बाद से इनके गेट लगातार खुले हुए हैं। बांसवाड़ा स्थित माही डेम के बुधवार शाम तक दस गेट खुले हुए हैं। माही बांध में पानी की लगातार आवक बनी हुई है। इधर बीसलपुर बांध के भी छह गेट खुले हैं। दोनों बांधों से ही पानी की निकासी लगातार जारी है।