जयपुर

अब घर की रसोई ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्वाइंट, दाल-बाटी और देसी जायके का लुत्फ

ऑनलाइन फूड की मांग लगातार बढ़ रही है। कई ऐसे लोग हैं, जो घर का खाना पसंद करते हैं। शहर की कई गृहि णियां घर से खाना बनाकर ऑनलाइन ऐप स्विगी ,जोमाटो के जरिए अपनी रसोई का स्वाद ऐसे लोगों तक पहुंचा रही है।

जयपुरJun 11, 2023 / 07:37 pm

Shaily Sharma

अब घर की रसोई ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्वाइंट, दाल-बाटी और देसी जायके का लुत्फ

ऑनलाइन फूड की मांग लगातार बढ़ रही है। कई ऐसे लोग हैं, जो घर का खाना पसंद करते हैं। शहर की कई गृहि णियां घर से खाना बनाकर ऑनलाइन ऐप स्विगी ,जोमाटो के जरिए अपनी रसोई का स्वाद ऐसे लोगों तक पहुंचा रही है। जयपुर में ऐसे ऐप भी आ गए है जो रेस्त्रां और होटल के खाने को छोड़ सिर्फ घर के बने खाने को ही बढ़ावा दे रहे हैं। इन ऐप पर सिर्फ वो लोग रजिस्टर करवा रहे हैं जो घरों में खाना बनाते हैं। जहां पहले लोग केवल ऑनलाइन रेस्त्रां से खाना मंगवा सकते थे अब घर का खाना भी ऑनलाइन मंगवाना एक बेहतर विकल्प साबित हो रहा है।
शहर में ऐसी कई महिलाएं हैं, जिनके पास नौकरी करने का विकल्प कम रहता है। इससे महिलाएं अपने कुकिंग के टैलेंट को भी नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। यह उनके लिए कमाई का भी एक अच्छा जरिया साबित हो रहा है। खाना बनाने के शौक को महिलाओं ने बिजनेस स्टार्टअप का रूप दे दिया है।
इस तरह कर सकते हैं शुरूआत

महिलाएं घर बैठे खाने का बिजनेस आसानी से शुरू कर सकती हैं। इसके लिए केवल ऑनलाइन फूड कंपनी से संपर्क करना होगा और अपने खाने के प्रोडक्ट के बारे में बताना होता।
अपने सपनों को दी नई उड़ान

मुझे शुरू से ही खाना बनाना काफी पसंद था। शादी के बाद से ही मेरे मन में खुद का कुछ कर दिखाने का जज्बा था। परिवार की जिम्मेदारियां होने के कारण मैंने घर से ही व्यवसाय करने का निर्णय लिया। आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद घर के खाने को ऑनलाइन फूड ऐप के माध्यम से लोगों तक पहुंनाना शुरू कर दिया। इससे सकारात्मक नतीजे मिले और आमदनी शुरू हो गई। मैं पिंडी छोले, कोफ्ते, इडली सांभर ,मिक्स वेज काफी सप्लाई करती हूं।
हर्षबाला भाटिया, मानसरोवर
बढ़ता है आत्मविश्वास

कोरोना के बाद से ही नया काम शुरू करने की इच्छा थी। ऑनलाइन डिलीवरी के जरिये घर बैठे हुए ही कुकिंग टैलेंट को नई पहचान देने का निर्णय लिया। मेरे पति ने भी मेरा मनोबल बढ़ाया। आज गृहिणी होने के साथ ही खुद का व्यवसाय भी कर रहीं हूं। छोले-भटूरे, थाली, दाल बाटी, पाव-भाजी की ज्यादातर सप्लाई करती हूं।
आयुषी हसीजा, जवाहरनगर

आत्मनिर्भर होना है बेहद जरुरी

आज के दौर में महिलाओं ने हर क्षेत्र में नाम रोशन किया है। महिलाओं के हुनर को बढ़ावा देना चाहिए। उन्हें हमेशा खुद का कुछ व्यवसाय जरूर करना चाहिए, ताकि उन्हें किसी पर निर्भर ना रहना पड़े। फूड एप के जरिये तो उन्हें मदद मिल ही रही है, साथ ही उन्हें सोशल मीडिया पर भी अपनी खाना बनाने की कला को बढ़ावा देना चाहिए। इस से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच होगी।
मनीषा यादव, फूड ब्लॉगर

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