रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ये कैमरे उच्च गुणवत्ता वाले होंगे। रिकॉर्डिंग 15 दिन तक सुरक्षित रखी जाएगी। वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों के अलावा शताब्दी, दुरंतो, गरीब रथ और पैसेंजर ट्रेनों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। यह कदम यात्रियों की शिकायतों के बाद उठाया गया है, जिससे चलती ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर नजर रखी जा सके और त्वरित कार्रवाई संभव हो। नया काम सेंटर फॉर रेलवे इनफॉर्मेशन सिस्टम (क्रिस) को सौंपा गया है।