मुंबई से आए डॉ. बी. के. मिश्रा ने 50 साल के दौरान न्यूरोसर्जरी की तकनीक में हुए बदलाव से अवगत करवाया। आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ.वी.डी. सिन्हा ने बताया कि तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सात सत्र हुए। कई न्यूरोसर्जन ने शोध पत्र भी प्रस्तुत किए।
डॉ. वी.एस मेहता ने बताया कि सिर की चोट में सर्जरी के बाद मरीज के रिहैबिलिटेशन पर ध्यान देने की जरूरत है। ऐसा नहीं होने से मरीज की रिकवरी में काफी समय लग रहा है। डॉ. अनिता हाड़ा ने अंगदान के लिए प्रेरित किया। डॉ. एंड्रयू रिसनर ने बताया कि बच्चों में सिर की चोट के कारण बनने वाले बायो मारकर्स का पता लगाना भी संभव है।
आयोजन सचिव डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि सुबह 8 बजे जेएलएन मार्ग पर वॉकथॉन हुई जो होटल से वर्ल्ड ट्रेड पार्क तक आयोजित हुई। वॉकथॉन को पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वॉकथॉन में 200 स्कूली बच्चे शामिल हुए। इसमें पद्मश्री डॉ. माया टंडन भी शामिल हुईं। इस वॉकथॉन में मुस्कान फाउंडेशन फोर रोड सेफ्टी और मोहन फाउंडेशन का सहयोग रहा।