यहां हुए कार्यक्रम
निर्वाणोत्सव पर राज्य स्तरीय आयोजन दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में तथा जयपुर स्तरीय आयोजन भट्टारक जी की नसियां में हुआ। मुहाना मंदिर में आचार्य कुशाग्र नन्दी, चित्रकूट जैन मंदिर में आर्यिका भरतेश्वरमति ससंघ, श्यामनगर के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिका गौरवमति ससंघ, विवेक विहार जैन मंदिर में आर्यिका विज्ञाश्री ससंघ के सान्निध्य में विशेष निर्वाण लाडू चढ़ाया। इधर गोपालजी का रास्ता स्थित भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए। अखिल भारतीय दिगंबर जैन परिषद के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि इस दिन जैन आचार्यों, मुनियों, आर्यिका सहित साधु संतो के चातुर्मास का निष्ठापन एवं वर्षायोग का समापन हुआ। शाम को आचार्य भरत सागर का समाधि दिवस तथा सायकांल गौतम स्वामी का केवल ज्ञान दिवस मनाया जाएगा।
निर्वाणोत्सव पर राज्य स्तरीय आयोजन दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में तथा जयपुर स्तरीय आयोजन भट्टारक जी की नसियां में हुआ। मुहाना मंदिर में आचार्य कुशाग्र नन्दी, चित्रकूट जैन मंदिर में आर्यिका भरतेश्वरमति ससंघ, श्यामनगर के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिका गौरवमति ससंघ, विवेक विहार जैन मंदिर में आर्यिका विज्ञाश्री ससंघ के सान्निध्य में विशेष निर्वाण लाडू चढ़ाया। इधर गोपालजी का रास्ता स्थित भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए। अखिल भारतीय दिगंबर जैन परिषद के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि इस दिन जैन आचार्यों, मुनियों, आर्यिका सहित साधु संतो के चातुर्मास का निष्ठापन एवं वर्षायोग का समापन हुआ। शाम को आचार्य भरत सागर का समाधि दिवस तथा सायकांल गौतम स्वामी का केवल ज्ञान दिवस मनाया जाएगा।
सजी पावापुरी की झांकी दुर्गापुरा जैन मंदिर में पहली बार पावापुरी की कृत्रिम रचना के समक्ष आचार्य शशांक सागर के सान्निध्य में भगवान महावीर के मोक्ष कल्याणक दिवस पर भगवान महावीर की मोक्ष स्थली पावापुरी की झांकी सजाई गई। अध्यक्ष प्रकाश चांदवाड एवं मंत्री राजेन्द्र काला ने बताया कि मूल वेदी पर अभिषेक, शांति धारा के बाद डोम में भगवान महावीर की मोक्ष स्थली पावापुरी की कृत्रिम रचना सजा कर सामूहिक निर्वाण लाडू के अलावा 23 विशेष लाडू चढ़ाए। पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी में भगवान महावीर की खड्गासन प्रतिमा के 1008 कलशों से महामस्तकाभिषेक हुए। सुबह निर्वाण लाडू चढ़ाया। पदमपुरा जैन मंदिर में 108 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया। बडी संख्या में भक्तों ने दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। इससे पूर्व अभिषेक, शांतिधारा हुई।