इसलिए नहीं आगामी मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि इस साल नवंबर व दिसंबर में मात्र 7 सावे ही रहे। इसके बाद 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु मलमास रहेगा। 16 जनवरी से 12 अप्रैल तक गुरु-शुक्र का तारा अस्त रहेगा। इस समयावधि में शादियां नहीं होंगी। इससे पूर्व 21 मार्च से 28 मार्च तक होलाष्टक रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि इस साल नवंबर व दिसंबर में मात्र 7 सावे ही रहे। इसके बाद 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु मलमास रहेगा। 16 जनवरी से 12 अप्रैल तक गुरु-शुक्र का तारा अस्त रहेगा। इस समयावधि में शादियां नहीं होंगी। इससे पूर्व 21 मार्च से 28 मार्च तक होलाष्टक रहेंगे।
यह रहेंगे मुख्य मुहूर्त साल-2021 में 22 अप्रैल से 18 जुलाई तक 38 दिन ही विवाह मुहूर्त रहेंगे। फिर 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शादियों की गूंज सुनाई देगी, जो 11 दिसंबर तक रहेगी। अप्रैल में 22, 25, 26, 27, 28, 30 मुहूर्त है। मई में 2, 4, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 29, 30, 31 मुहूर्त है। जून में 5,6,17,18,20, 21, 22, 24, 26, 28, 30 और जुलाई में 1, 2, 3, 7, 15,18 को शादी के मुहूर्त रहेंगे।
लॉकडाउन के कारण नहीं हुए विवाह इस साल जनवरी से मार्च तक होली से पहले 22 दिन ही मुहूर्त थे। फिर 15 मार्च से मलमास शुरू हो गया। इसके बाद कोरोना के चलते लॉकडाउन में अप्रैल से जून तक 26 मुहूर्त निकल गए। फि र चातुर्मास के दौरान जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह नहीं हो पाए। 2021 में विवाह के लिए सिर्फ 51 दिन रहेंगे। देवशयन से पहले यानी 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के मुहूर्त है। वहीं, 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन रहेंगे।