लाइनों के ब्रॉडगेज होने से इन मार्गों से लंबी दूरी की ट्रेन संचालित होने ये यात्रियों को फायदा होगा। ट्रेनों से अधिक स्पीड से संचालित होने से सफर का समय भी कम होगा। उत्तर पश्चिम रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर पश्चिम जोन में अब तक 500 किलोमीटर से अधिक के रेलमार्ग का आमान परिवर्तन किया जा चुका है।
यानि लाइनें ब्रॉडगेज हो चुकी हैं जबकि 4 हजार 22 करोड़ रुपए की लागत से 500 किलोमीटर का काम प्रगति पर है। जोन में अभी तक मावली से मारवाड़ जंक्शन पर आमान परिवर्तन की स्वीकृति नहीं मिली थी लेकिन अब मंजूरी मिलने से पूरे जोन में रेल लाइन ब्रॉडगेज हो जाएंगी।
504 किलोमीटर रूट हुआ ब्रॉडगेज जोन में अब तक 504 किलोमीटर के रेलमार्ग को ब्रॉडगेज किया जा चुका है। इनमें सीकर-लोहारू तक 122 किलोमीटर, सूरतपुरा-हनुमानगढ से 174 किलोमीटर, मकराना-परबतसर से 21 किलोमीटर, रतनगढ-सरदारशहर से 47 किलोमीटर और सीकर-चूरू तक 90 किलोमीटर तक रेल आमान का काम पूरा हो चुका है। सीकर-पलसाना तक 27 किलोमीटर और पलसाना-रींगस तक 23 किलोमीटर का काम पूरा किया जा चुका है। जबकि रींगस-जयपुर तक 57.45 किलोमीटर का काम जारी है।