लापरवाही के तीन स्रोत
1. तो एसटीपी व सीईटीपी फेल : रूट में एसटीपी बने हुए हैं। सांगानेर में कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट है जहां फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला पानी परिशोधित होना है। लेकिन ऐसा प्रभावी तरीके से नहीं हुआ। गूलर बांध में यहीं से पानी आ रहा है।
1. तो एसटीपी व सीईटीपी फेल : रूट में एसटीपी बने हुए हैं। सांगानेर में कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट है जहां फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला पानी परिशोधित होना है। लेकिन ऐसा प्रभावी तरीके से नहीं हुआ। गूलर बांध में यहीं से पानी आ रहा है।
2. कोर्ट के आदेश तक पर : हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश है कि गूलर बांध के जरिए बारिश का पानी ही नेवटा बांध में पहुंचे। बारिश के बाद गंदा पानी आना शुरू हो जाता है।
3. भूल गए : मंडल ने फैक्टरी संचालकों के ।खिलाफ सख्त कार्रवाई की। डिस्कॉम के जरिए इनका बिजली कनेक्शन काटा गया, लेकिन कुछ समय बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया खतरा पता, पर मौन
— नलकूप में गंदा पानी आ रहा
— सब्जियों, अनाज व अन्य उपज प्रभावित। खेती की जमीन खराब
— गंदे पानी में अवैध मछली पालन
— बांध के आसपास निवासियों का रहना मुश्किल
— नलकूप में गंदा पानी आ रहा
— सब्जियों, अनाज व अन्य उपज प्रभावित। खेती की जमीन खराब
— गंदे पानी में अवैध मछली पालन
— बांध के आसपास निवासियों का रहना मुश्किल
फैक्ट फाइल
— बांध की भराव क्षमता गेज 16 फीट पर 236.72 एमसीएफटी है।
— वर्तमान में गेज 6.6 पर 37 एमसीएफटी पानी है।
— बांध का कुल भराव क्षेत्र 443.583 हेक्टेयर है। नेवटा बांध में गंदा पानी कहां से आ रहा है, पता लगा रहे हैं। सांगानेर में औद्योगिक प्रतिष्ठानों से आ रहे केमिकल के पानी पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल को एक्शन लेना है।
— अंबुज त्यागी, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग
— बांध की भराव क्षमता गेज 16 फीट पर 236.72 एमसीएफटी है।
— वर्तमान में गेज 6.6 पर 37 एमसीएफटी पानी है।
— बांध का कुल भराव क्षेत्र 443.583 हेक्टेयर है। नेवटा बांध में गंदा पानी कहां से आ रहा है, पता लगा रहे हैं। सांगानेर में औद्योगिक प्रतिष्ठानों से आ रहे केमिकल के पानी पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल को एक्शन लेना है।
— अंबुज त्यागी, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग