तीसरी बार में हासिल किए नीट में 680 अंक
राहुल ने बताया कि उनके परिवार में कोई जानता भी नहीं है कि नीट क्या होता है। एक सामान्य छात्र होने के कारण कभी उसने भी नहीं सोचा था की वह कोटा आकर नीट की तैयारी करेगा। फिर उसने कहीं से नीट के बारे में सुना और उसके बारे में पता किया। तब उसके मन में उत्साह जागृत हुआ और उसके बाद तो राहुल ने ठान लिया की अब यही उसका लक्ष्य है। वह कोटा आ गया और पहली बार में उसका परिणाम बेहतर नहीं रहा। केवल 325 अंक हासिल हुए। दूसरी बार में 551 अंक स्कोर किया। हालांकि इस स्कोर पर उसे अच्छी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल जाताए लेकिन उसने और अच्छे अंक लाने की ठानी। इसके बाद राहुल ने मोशन तैयारी शुरु की और हालही में जारी नीट परीक्षा में उसने 680 अंक हासिल किए।
राहुल ने बताया कि उनके परिवार में कोई जानता भी नहीं है कि नीट क्या होता है। एक सामान्य छात्र होने के कारण कभी उसने भी नहीं सोचा था की वह कोटा आकर नीट की तैयारी करेगा। फिर उसने कहीं से नीट के बारे में सुना और उसके बारे में पता किया। तब उसके मन में उत्साह जागृत हुआ और उसके बाद तो राहुल ने ठान लिया की अब यही उसका लक्ष्य है। वह कोटा आ गया और पहली बार में उसका परिणाम बेहतर नहीं रहा। केवल 325 अंक हासिल हुए। दूसरी बार में 551 अंक स्कोर किया। हालांकि इस स्कोर पर उसे अच्छी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल जाताए लेकिन उसने और अच्छे अंक लाने की ठानी। इसके बाद राहुल ने मोशन तैयारी शुरु की और हालही में जारी नीट परीक्षा में उसने 680 अंक हासिल किए।