लड़की के परिजनों ने की मारपीट
घटना की पुष्टि करते हुए नागौर मेड़ता के पुलिस उप अधीक्षक पिंटू सिंह ने बताया कि बिहार निवासी और कोटा की एक कोचिंग में नीट की तैयारी कर रहा एक नाबालिग युवक सोशल मीडिया के जरिए नागौर जिले के मेड़ता गांव के सारंग बासनी की नाबालिग लड़की के साथ दोस्ती की और मिलने के लिए लड़की के घर पहुंचा था। जहां लड़की के परिजनों ने नाबालिग लड़के के साथ मारपीट की। उसके बाद नाबालिग लड़के को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
छात्र बिहार का रहने वाला है
मृतक छात्र बिहार के मधुबनी का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि छात्र के नागौर स्थित लड़की के गांव आने पर उसके परिजन नाराज हो गए। जिसके बाद लड़के को इतना मारा कि उसकी हालत खराब हो गई। फिर जब लड़के की हालत नाजुक होने के बाद उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर को एक्सीडेंट बताकर इलाज के लिए भर्ती कराया। जिसके बाद छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो फिर छात्र के परिजन और उसके दोस्तों को सूचना दी गई। मेड़ता पुलिस ने लड़के के शव को मेड़ता के मोर्चरी में रखवाया है। अब शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा जाएगा। मृतक छात्र के पिता स्टेशन अधीक्षक
पुलिस की सूचना पर गुरुवार दोपहर तक बिहार से लड़के के परिजन पहुंचे और फिर लड़की के पिता, चाचा और अन्य परिजनों के खिलाफ पीट-पीटकर हत्या करने का मामला दर्ज कराया। छात्र के पिता ने बताया कि बेटा पांच से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। फाइनल में अच्छा स्कोर किया था। 7 मई को बेटे से बात हुई थी, उसने कहा था कि वह घूमने जा रहा है। छात्र के पिता अमृतसर में रेलवे स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। 8 मई को को ड्यूटी खत्म होने के बाद पुलिस ने फोन कर मामले की जानकारी दी।
मृतक छात्र के दोस्त ने बताई असलीयत
मृतक छात्र के एक दोस्त ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों की दोस्ती हुई थी। दोनों करीब ढाई साल से फ्रेंडशिप में थे। 6 मई की रात कोटा से निकलते समय छात्र ने दोस्त से कहा था कि वह अपनी इंस्टाग्राम फ्रेंड मिलने जा रहा है। 7 मई को मेड़ता पहुंच गया था। 8 मई को दोपहर में बात करने के लिए फोन किया था तो फोन कोई दूसरा ही उठा रहा था।