बाल यौन शोषण के मामलों में राजधानी जयपुर सुरक्षित नहीं है। यह हम नहीं राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े कह रहे हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक पटना, गाजियाबाद, लखनऊ और पुणे, जयपुर से तुलनात्मक ज्यादा सुरक्षित हैं। राजधानी जयपुर में वर्ष 2022 में बच्चियों के साथ यौन शोषण के 100 केस दर्ज हुए। एक बच्चे के साथ कुकर्म का मामला भी सामने आया। पॉक्सो एक्ट के तहत वर्ष 2022 में 277 मामले दर्ज हुए। इसके अलावा बच्चियों के साथ बलात्कार के 130 मामले सामने आए। यानी हर पांच दिन में दो बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ है। इन मामलों में पारिवारिक सदस्य और पड़ोसियों की भूमिका सामने आई।
बाल सुरक्षा को लेकर राजस्थान पुलिस सक्रियसेवानिवृत्त आरपीएस अनिल गोठवाल ने कहा, राजस्थान में पुलिस बाल सुरक्षा को लेकर सक्रिय है। इसलिए राजस्थान में मामले जल्द दर्ज कर लिए जाते हैं। इस कारण आंकड़ों के अनुसार राज्य में अपराधों की संख्या अधिक लग रही है। उत्तर-प्रदेश हो या बिहार यहां मामले दर्ज करने में पुलिस की ओर से कोताही की जाती है। इस कारण आंकड़े कम हैं।
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– 130
– 100
– 10
पटना
– 28
– 43
– 0
गाजियाबाद
– 59
– 66
– 0
पुणे
– 161
– 63
– 4
लखनऊ
– 162
– 99
– 0
पोर्नोग्राफी के मामले में भी जयपुर आगेबलात्कार और यौन शोषण के अलावा चाइल्ड पोर्नोग्राफी व अश्लील वीडियो वायरल करने के मामलों में भी जयपुर अव्वल रहा। जयपुर में वर्ष 2022 में इस तरह के 10 मामले सामने आए हैं।
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