विधायक ने पत्र में लिखा कि प्रशासन पूरी तरह से परिपक्वता से काम नहीं कर पाया और समय रहते मामले का समाधान नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप समरावता गांव में भय का माहौल है। विधायक का कहना है कि 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कई घरों के बाहर सामान और वाहन जलाए जाने की खबरें आई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने घरों में घुसकर युवकों को मारा, जिससे सैकड़ों ग्रामीण घायल हुए हैं। कुछ युवकों ने जान बचाने के लिए तालाब में कूदकर या खेतों में भागकर शरण ली।
विधायक पटेल ने सरकार से अपील की है कि अब निर्दोष लोगों पर कोई गलत कार्रवाई न की जाए और आगजनी में हुए नुकसान की भरपाई की जाए। उनका कहना है कि सरकार को इस गंभीर मामले को हल करने में अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए।