कुम्हार महासभा के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद बेनीवाल ने यह पत्र लिखा और इसे टï्वीट भी किया है। इसमें कहा है कि अप्रेल मेंं हुए इस एनकाउंटर के वीडियो देखने से यह एनकाउंटर फर्जी प्रतीत हो रहा है। इसे लेकर कुम्हार समाज समेत सभी समाजों के लोगोंं में रोष है।
सीबीआई जांच के लिए 40 दिन तक लोगों ने आंदोलन भी किया था। मृतक के परिजनों ने एक नेता की संलिप्तता को लेकर संदेह जाहिर किया है। ऐसे में प्रदेश की एजेंसियां निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती। बेनीवाल ने कहा कि जरूरत पड़ी तो आगामी लोक सभा सत्र में भी मामले को उठाया जाएगा।