बताया जा रहा है कि अब 2 और 3 अप्रेल का सार्वजनिक अवकाश और 4 को गणगौर पर आधे दिन का अवकाश रहेगा। ऐसे में एजेंडा इन तिथियों पर भी जारी नहीं हो पाएगा। उधर सूत्र बता रहे हैं कि आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने महापौर के सामने जाने से बचने के लिए बैठक को टाला है। अब आयुक्त 7 से 17 अप्रेल तक छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया है। सौम्या गुर्जर ने 2 फरवरी को दोबारा महापौर पद ग्रहण किया था। दो महीने का वक्त गुजर चुका है, लेकिन अभी तक दोनों का आमना—सामना नहीं हुआ है। दोनों अपनी बात को अधिकारियों के जरिए ही एक—दूसरे के पास पहुंचाते हैं। एक वजह यह भी मानी जा रही है कि अगर साधारण सभा की बैठक होती है तो दोनों आमने—सामने होंगे। आयुक्त इससे बचना चाह रहे हैं। ईसी की बैठक को भी इसी वजह से अनुमति नहीं मिल पाई है।
तबादला सूची का है इंतजार अप्रेल में नौकरशाही में फेरबदल होना है। चर्चा है कि नगर निगम ग्रेटर आयुक्त भी बदला जा सकता है। खुद आयुक्त भी नगर निगम से तबादल चाहते हैं। ऐसे में 7 अप्रेल की साधारण सभा टलने के बाद अगली तारीख तक नगर निगम आयुक्त के तबादले की चर्चा जोरों पर है।
फिर ठगा गया आम आदमी बैठक के टलने से शहर की समस्याओं को रखने के लिए पार्षदों को मंच नहीं मिल पाएगा। जिससे आम आदमी की समस्या का निराकरण नहीं हो सकेगा। इस बैठक में शहर के विकास के साथ ही अधिकारियों के रवैये पर भी प्रस्ताव रखे गए थे, लेकिन बैठक टलने से फिर शहरवासियों को विकास के लिए इंतजार करना होगा।