यह भी पढ़े: सोयाबीन का उत्पादन घटेगा, बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान किसानों का रुझान सरसों की बिजाई की तरफ बढ़ा
राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा सहित देश की विभिन्न मंडियों में सरसों सीड की आवक वर्तमान में ढाई लाख बोरी प्रतिदिन बताई जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी किए जाने के कारण किसानों का रुझान सरसों की बिजाई की तरफ बढ़ा है। जानकार बताते हैं कि मौसम अनुकूल होने के कारण इस साल देश में सरसों का उत्पादन अधिक होने की संभावना है। यही कारण है कि स्टॉक को देखते हुए आने वाले समय में सरसों एवं इसके तेल में तेजी के आसार बहुत कम हैं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा सहित देश की विभिन्न मंडियों में सरसों सीड की आवक वर्तमान में ढाई लाख बोरी प्रतिदिन बताई जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी किए जाने के कारण किसानों का रुझान सरसों की बिजाई की तरफ बढ़ा है। जानकार बताते हैं कि मौसम अनुकूल होने के कारण इस साल देश में सरसों का उत्पादन अधिक होने की संभावना है। यही कारण है कि स्टॉक को देखते हुए आने वाले समय में सरसों एवं इसके तेल में तेजी के आसार बहुत कम हैं।