रैली में प्रदेश भर से मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस में जमाअते-इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वो इस बिल पर विचार करें। वहीं, उलेमाओं ने कहा कि वक्फ की जमीन हमारी अपनी जमीन है, जिसको लोगों ने दान किया है।
केंद्र के वक्फ संशोधन बिल को लागू नहीं होने दिया जाएगा। विधायक रफीक खान, अमीन कागजी, मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दिदी, मुहिबुल्लाह नदवी, मौलाना तौकीर रजा और सैयद सरवर चिश्ती ने भी कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। संयोजक मुहम्मद नाजिमुद्दीन ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से वक्फ संशोधन बिल संसद में पेश किया गया था, जिसे बाद में जेपीसी को भेजा गया था। इस बिल का पूरे देश में विरोध हो रहा है। बिल पास होने के बाद वक्फ संपत्तियों के संचालन व प्रबन्धन की आजादी समाप्त हो जाएगी।