गौरतलब है कि पूर्वी राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में मानसून प्रदेश से विदा होने लगता है। इस दौरान बारिश की गतिविधियों में कमी आने व तापमान में गिरावट आने लगती है। विदाई का यह समय किसान और कृषि के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि खरीफ की फसलें पकने लगती हैं और रबी की फसलों की तैयारी शुरू होती है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी जयपुर समेत पूर्वी इलाकों के कुछ जिलों से मानसून की विदाई हो चुकी है और प्रदेश में कोटा व उदयपुर संभाग से भी अगले एक दो दिन में मानसून विदा हो जाएगा। मानसून लौटने की गतिविधियां तेज होते ही पारे ने तीखे तेवर दिखाने शुरू किए हैं और आगामी सप्ताहभर प्रदेश के लोगों को झुलसाती गर्मी के साथ उमस के जोर का सामना करना पड़ेगा।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहा। प्रदेश में हवा में सापेक्षित आर्द्रता में कमी आने पर सुबह शाम में मौसम में हल्की ठंडक महसूस हो रही है, लेकिन दिन में धूप की तीखी चुभन लोगों को पसीने से तरबतर कर रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी प्रदेशभर में मौसम शुरू रहने और दिन में पारा सामान्य से अधिक रहने की संभावना जताई है। कुछ जिलों में छितराए बादलों की आवाजाही ही बने रहने के आसार हैं।