राजस्थान में इस तूफान के कारण इस बार मानसून देरी से आएगा। तूफान से पहले यह अंदाला लगाया जा रहा था कि इस महीने के अंत से यानि करीब 30 जून या एक जुलाई तक मानूसन राजस्थान मंे प्रवेश कर जाएगा। उसके बाद करीब दो महीने तक प्रदेश भर में सामान्य से कुछ ज्यादा बारिश होगी। लेकिन इस बार मानूसन को बिपरजॉय तूफान ने आगे सरका दिया है। इस बार मानूसन एक्सप्रेस करीब सात से दस दिन लेट बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस बार मानसून पूरी तरह से करीब दस जुलाई तक राजस्थान में प्रवेश करेगा। उसके बाद ही राजस्थान में बारिश शुरू होगी सही तरीके से। इससे पहले प्रदेश के कुछ जिलों में प्री मानसून की बारिश हो सकती है। तूफान के असर की बात की जाए तो तूफान का सबसे ज्यादा असर राजस्थान के बाडमेर और जैसलेमर जिले में देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में भी बीस जून तक तूफान का असर बना हुआ रह सकता है। पिछले साल 2022 में केरल में मानसून 29 मई को आया थाए जबकि 30 जून को राजस्थान में मानसून की एंट्री हुई थी। जिसके बाद काफी अच्छी बारिश का दौर देखने को मिला था।