सात बांधों पर चादर की छवि
Monsoon Rain Alert : हाल ही में लगातार बारिश के चलते कानोता समेत सात बांधों पर चादर चल रही है। इनमें शील की डूंगरी, शिव की डूंगरी, गूलर, रामचन्द्रपुरा, बांडोलाव और धोबोलाव बांध शामिल हैं। इन बांधों पर छह इंच तक पानी भर चुका है, जो एक खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है।
कालख सागर बांध में ऐतिहासिक भराव Historical filling in Kalakh Sagar dam
Monsoon Rain Alert : फुलेरा स्थित कालख सागर बांध (Kalakh Sagar Dam) में 12 साल बाद पहली बार पानी आया है। इस बार के मानसून में, बांध में तीन दिन की बारिश के दौरान चार फीट पानी भर चुका है। यह बदलाव बांध की भराव क्षमता को दिखाता है और स्थानीय लोगों के लिए एक नई उम्मीद का प्रतीक है।जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट Water Resources Department Report
Monsoon Rain Alert : जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जयपुर जिले में कुल 32 बांध हैं, जिनमें से 18 बांध वर्तमान में पानी से भर चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूरे अगस्त महीने तक मानसून (Monsoon ) सक्रिय रहेगा, जिससे बांधों में पानी की आवक और बढ़ेगी। कई स्थानों पर बहाव क्षेत्र में किए गए अतिक्रमण भी हटा दिए गए हैं।वाटर टूरिज्म की संभावनाएं Possibilities of water tourism
पिछले वर्ष पर्यटन निगम के अधिकारियों ने कानोता और नेवटा बांधों पर वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनाई थी। इसके तहत हाई स्पीड बोटिंग, हाउस बोट, और चौपाटी जैसी गतिविधियों को शुरू करने की बात की गई थी। इस योजना के क्रियान्वयन से पर्यटकों को एक नई अनुभव की सौगात मिल सकती है। Monsoon in Jaipur : जयपुर जिले में मानसून का यह जश्न सिर्फ प्रकृति का आनंद नहीं है, बल्कि यह स्थानीय पर्यटन को भी एक नई दिशा दे सकता है। बांधों पर बढ़ती पानी की मात्रा और पर्यटन की संभावनाएं शहरवासियों और पर्यटकों के लिए एक अद्भुत अवसर प्रस्तुत कर रही हैं।