Monsoon 2024: इस सीजन में दूसरी बार जयपुर बना ‘जलपुर’, वाहन डूबे… दुकानों में घुसा पानी, 5 दिन भारी बारिश का अलर्ट
Jaipur Rain: जयपुर रविवार को दिनभर रेड अलर्ट में रहा और खूब बारिश हुई। ऐसे में सीजन में दूसरी बार जयपुर जलमग्न नजर आया। सोमवार को भी जयपुर में सुबह से ही बारिश का दौर जारी है।
Jaipur Rain: राजधानी जयपुर में पिछले पांच दिन से बारिश का दौर रुक-रुककर जारी है। सोमवार को भी सुबह से ही कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर बना हुआ है। लेकिन, रविवार को तेज बारिश ने शहर के हालात बिगाड़ दिए। सीजन में दूसरी बार जयपुर जलमग्न नजर आया। यों तो बारिश सुबह से शुरू हो गई थी लेकिन दोपहर करीब डेढ़ बजे बाद भारी बारिश का दौर शुरू हुआ। करीब दो घंटे तक शहर के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई। इसके बाद शाम छह बजे बाद फिर तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक रुक-रुक कर चलता रहा। सोमवार तड़के से फिर बारिश का दौर शुरू हो चुका है। जयपुर में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। ऐसे में आज स्कूलों में छुट्टी है। वहीं, मौसम विभाग ने जयपुर में पांच दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
जयपुर में रविवार को 98 मिलीमीटर (करीब चार इंच) पानी बरसा। बारिश में शहर पानी-पानी हो गया। शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। गिरधारीपुरा कच्ची बस्ती में तलाई के आस-पास जलभराव होने से लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गई। मोक्षधाम में एक-एक फीट तक पानी भर गया। वहीं, गुर्जर की थड़ी अंडरपास के आस-पास की कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। इनमें राधिका विहार, बृजलालपुरा, राजीव नगर, अशोक विहार में कई घंटे तक पानी भरा रहा। वहीं, सुशीलपुरा पुलिया के आस-पास की कॉलोनियों में भी जलभराव हो गया। जवाहर नगर कच्ची बस्ती में भी कई जगह पानी भर गया।
जगतपुरा रोड स्थित नंदपुरी अंडरपास में बारिश का दौर शुरू होते ही जेडीए के अभियंता और जवाहर सर्कल थाना पुलिस के दो कॉन्स्टेबल पहुंच गए। तेज बारिश के दौरान अंडरपास के नीचे वाहनों की आवाजाही होती रही। देखते ही देखते एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया। एक वाहन चालक निकल गया। उसकी गाड़ी जाकर अंडरपास के नीचे फंस गई। वह व्यक्ति वाहन को छोडकऱ बाहर आ गया। इसके बाद पुलिस ने वाहनों को रोकना शुरू कर दिया और दूसरे रास्ते बताते हुए आगे भेजा। करीब 15 मिनट बाद तेज गति से गाड़ी आई। पुलिस ने इसे रोकने का प्रयास किया। गाड़ी नहीं रोकी और अंडरपास के नीचे पहुंचने से पहले ही गाड़ी तैरने लगी। गाड़ी के पीछे पुलिसकर्मी भागे। पुलिसकर्मियों गाड़ियों के कांच खोलकर दोनों लोगों को बाहर निकाला। जब बारिश बंद हो गई, उसके बाद क्रेन मंगवाकर गाड़ियों को निकाला। अम्बेडकर सर्कल के पास बना बस शेल्टर क्षतिग्रस्त हो गया।
यहां भी सड़कें बनी दरिया
-सवाईमानसिंह अस्पताल के बाहर टोंक रोड पर पानी भरने से मरीज और परिजन परेशान रहे। -प्रतियोगी परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को बारिश के बीच घर जाने में परेशानी हुई। -सीकर रोड पर जलभराव होने से कई वाहन पानी के बीच बंद हो गए, चालकों को परेशानी हुई। -एमडी रोड, नारायण सिंह सर्कल, स्टेच्यू सर्कल, सोडाला, अजमेर रोड, एमआइ रोड, जेएलएन मार्ग पर जलभराव हुआ।
सड़कों से दो फीट ऊपर बहा पानी, दुकानों तक पहुंचा
सुनियोजित विकास के तौर पर पहचान रखने वाले राजधानी के परकोटा क्षेत्र में दो घंटे की बारिश से बुरा हाल हो गया। कई इलाकों में सड़क से दो फीट ऊपर तक पानी बहा। चांदपोल बाजार में ही सड़क से करीब सवा फीट ऊपर पानी बहा। इसकी वजह से कई दुकानों में पानी भर गया। यही हाल हवामहल रोड पर हो गया। गणगौरी बाजार से उतरते ही सड़क पानी से लबालब थी। चांदपोल बाजार में इससे सामान भी खराब हो गया। पुरानी बस्ती में भी कई जगह जलभराव होने से लोगों को आने- जाने में दिक्कत हुई। इसके अलावा जौहरी बाजार, रामगंज बाजार सहित अन्य बाजारों में जलभराव होने से आवाजाही प्रभावित हुई।
ब्रह्मपुरी स्थित राजहंस कॉलोनी में तीन से चार फीट तक पानी भर गया। बारिश बंद होने के चार घंटे बाद भी पानी नहीं निकल पाया। स्थानीय लोग घरों में कैद होकर रह गए। दरअसल, इन कॉलोनियों में ड्रेनेज सिस्टम को सही तरह से विकसित ही नहीं किया गया। इसके अलावा लोगों ने अपने घरों के आगे खुर्रे बना लिए और नालियों के भी पाट दिया गया। ऐसे में पानी जहां का तहां ठहर गया। कॉलोनी में जो लोग आ रहे थे, उनको घर तक सुरक्षित पहुंचाने में भाजपा जयपुर शहर के उपाध्यक्ष निसार खान ने मदद की।भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एम. सादिक खान ने कहा कि तालकटोरा और जलमहल को जाने वाले नालों की भी निगम ने इस बार सही तरह से सफाई नहीं की है। इसकी वजह से पानी कॉलोनियों में ही भरा रहता है।
शहर में बारिश के साथ बिजली गुल की झड़ी, 1250 से ज्यादा शिकायतें
जयपुर शहर में बारिश झडी लगी, उसी तरह से डिस्कॉम के कॉल सेंटर और बिजली इंजीनियरों के फोन पर बिजली गुल की शिकायतों की झड़ी लगी रही। सूचना के अनुसार शाम तक कॉल सेंटर और फील्ड में तैनात बिजली इंजीनियरों के पास बिजली गुल की 1250 से ज्यादा शिकायतें पहुंचीं। झोटवाड़ा -मुरलीपुरा और सांगानेर का बिजली तंत्र बेपटरी नजर आया। झोटवाड़ा-मुरलीपुरा में 270 सांगानेर, प्रताप नगर,मानसरोवर में बिजली गुल की 230 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुईं। वहीं परकोटा क्षेत्र के रामगंज में 86,अजमेरी गेट क्षेत्र में 50,संजय बाजार में 79 व बिंदायका में भी 105 शिकायतें दर्ज हुई।