जयपुर। कोरोना महामारी के बाद आम आदमी को कदम-कदम पर परीक्षा देनी पड़ रही है। पहले कोरोना ने लोगों को आर्थिक रूप से तोड़ा, फिर सिलेंडर की गुपचुप सब्सिडी बंद की और अब गैस-पेट्रोल-डीजल के दाम तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं। इनके दाम बढ़ने के बाद अब राजमर्रा का सामान भी महंगा होने लगा है।
अप्रेल 2020 के बाद घरेलू गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी अघोषित तौर पर बंद होने के बाद अब लोगों को इसके 58 प्रतिशत अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं। अप्रेल 2020 में 792 रुपए कीमत का घरेलू सिलेंडर सब्सिडी के बाद 520 रुपए का पड़ रहा था। वहीं, अब इसके पूरे 823 रुपए दाम चुकाने पड़ रहे हैं।
इस दौरान व्यावसायिक सिलेंडर के दाम भी 25.38 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ 1296 रुपए से बढ़कर 1625 रुपए तक पहुंच गए हैं। इधर, चौपहिया वाहन से सफर भी लगातार बेलगाम हो रहा है। 1 मार्च 2020 को पेट्रोल 75.52 रुपए और डीजल 69.23 रुपए प्रति लीटर था। इस दौरान पेट्रोल 22.2 और डीजल 20.66 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है।
इस तरह 30 प्रतिशत महंगा सफर:
पेट्रोल कार-
1 मार्च 2020 से पहले पहले जहां पेट्रोल के चौपहिया वाहन से 250 किमी का सफर 15 के एवरेज वाली कार में करीब 1258 रुपए में तय हो जाता था। वही, अब यह सफर करीब 371 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 1629 रुपए तक के पेट्रोल खर्च में तय करना पड़ रहा है। इस तरह पेट्रोल कार से सफर में करीब 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई है।
डीजल कार-
बापू नगर निवासी रघुवीर सिंह ने बताया कि पहले 2300 रुपए में करीब 35 लीटर डीजल आ जाता था। वहीं अब 3 हजार रुपए में मात्र 33 लीटर डीजल आया है। इस तरह करीब 3 हजार रुपए मासिक का अतिरिक्त भार पड़ गया है।
तीन महीने में सिलेंडर 225 रुपए मंहगा-
कंपनियों ने करीब तीन महीने में ही घरेलू सिलेंडर करीब 225 रुपए महंगा कर दिया है। इस दौरान घरेलू गैस सिलेंडर के दाम छठी बार बढ़ाए गए हैं।
अप्रेल 2020 में सब्सिडी के बाद 792 रुपए का घरेलु सिलेंडर 520 रुपए में पड़ जाता था। अब यह 303 रुपए महंगा है। इसका कारण अब सब्सिडी नहीं आना है। अप्रेल के बाद से ही यह नहीं आ रही है।
कार्तिकेय गौड़, महासचिव, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन, राजस्थान