मोदी कैबिनेट विस्तार के काउंटडाउन के बीच राजस्थान प्रदेश भाजपा को भी अपने ‘कोटे’ से मंत्री बनाये जाने की उम्मीद परवान पर हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रदेश के तीन सांसदों को पहले ही टीम मोदी ने जगह दी हुई है। ऐसे में इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में प्रदेश से ज़्यादा कोई नाम हों ऐसी संभावना कम ही है।
मोदी कैबिनेट विस्तार से पहले जारी अटकलों में प्रदेश भाजपा के तकरीबन आधा दर्जन नेताओं के नामों की चर्चा है। इनमें सबसे ऊपर चूरू से लगातार दूसरी बार सांसद राहुल कस्वां का नाम है। जबकि राजसमंद सांसद दिया कुमारी, पाली सांसद पीपी चौधरी, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी और सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती का नाम भी संभावितों की दौड़ में शामिल है। हालांकि सांसद पीपी चौधरी मोदी कैबिनेट में पहले भी मंत्री रह चुके हैं ऐसे में उन्हें रिपीट करने की संभावना भी बेहद कम है।
सांसद भूपेंद्र यादव के नाम को लेकर भी ‘सस्पेंस’
जारी अटकलों के बीच राज्य सभा सांसद भूपेंद्र यादव के नाम की भी चर्चा है। भाजपा ने यादव को अब तक संगठन में ही महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियों से नवाज़ा है और वे उनपर खरे भी उतरे हैं। ऐसे में क्या उन्हें संगठन के कामकाज से शिफ्ट कर मंत्री बनाया जाएगा ये सस्पेंस बना हुआ है। भूपेंद्र यादव के नाम को लेकर राजनीतिक प्रेक्षक भी दो राय में बंटे नज़र आ रहे हैं।
क्या कोई नेता होगा डिमोट?
चर्चाओं के बीच एक चर्चा का विषय ये भी बना हुआ है कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिमंडल में शामिल नेताओं में कोई फेरबदल भी करेंगे। अगर ऐसा होता है तो टीम मोदी में शामिल कुछ नेताओं को डिमोट भी किया जा सकता है। राजस्थान के तीन सांसद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी फिलहाल महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ संभाल रहे हैं।
वर्त्तमान परिस्थितियों, मंत्रियों के कामकाज और अन्य नेताओं को एडजस्ट करने सहित विभिन्न पहलुओं को देखते हुए इनमें से क्या किसी नेता की छुट्टी होगी, इसे लेकर भी चर्चा का बाज़ार गर्म है।