बैरवा ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं दलित समाज से आता हूं और इसलिए मंत्री मेरे काम नहीं करते है। मैं तो परसादी लाल से भी सीनियर हूं। उनसे पहले विधायक बन गया था। बैैरवा ने कहा कि मैंने मेरे पुत्र बोर्ड उपाध्यक्ष अवधेश दिवाकर को भी उनके पास भेजा था तब उसे भी भगा दिया गया। इससे पहले जब रघु शर्मा चिकित्सा मंत्री थे तब उन्होंने भी मेरे काम नहीं किए थे, बाद में जब मैनें अपनी आवाज उठाई तो वे अगले दिन ही सरेंडर हो गए।
बैरवा यहीं नहीं रूके। वे जलदाय मंत्री महेश जोशी पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कठूमर में एक्सईएन का नया ऑफिस खोला गया लेकिन अब भी वहां कुछ नहीं हुआ है। मैं जोशी से भी कई बार मिला सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। उन्होंने कहा कि हर विधायक को हर साल 40 हैंडपंप मिलजे है लेकिन उनके तो आठ भी नहीं दिए। उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने गत बजट में ये घोषणा की थी। अब तो नया बजट आने को है।
विधायक बैरवा ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट यदि एक नहीं हुए तो कांग्रेस को बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा।दोनों के एक साथ होने से ही कांग्रेस की सरकार बन पाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के खिलाफ भले ही माहौल नहीं हो, लेकिन एक कौम पूरी तरह से सचिन पायलट के साथ है और वो मुझे भी वोट देती है। गौरतलब हैं कि बैरवा सचिन पायलट खेमे में माने जाते है।