हैरिटेज नगर निगम में आयोजित एक कार्यक्रम में विधायक अमीन कागजी ने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल सरकार की योजनाओं पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। जनता का अपमान किया जा रहा है। कागजी बोले, सारे इंजीनियर्स को कोटा ले जाओ, कोटा से ही सरकार बन जाएगी, सारे एमएलए कोटा से जीतकर आ जाएंगे क्या। कागजी ने कहा कि यूडीएच मंत्री के पास जयपुर के लिए समय नहीं है। निगम में एक्सईएन और जेईएन नहीं है। मंत्री सभी को कोटा में ले जाना चाहते हैं। यूडीएच मंत्री जनता का घोर अपमान करते हैं, भेदभाव करते हैं। उधार के इंजिनियरों के भरोसे कैसे काम चलेगा। किशनपोल जोन में स्मार्ट सिटी के इंजीनियर लगा रखे है। यूडीएच मंत्री केवल कोटा को चमन कर रहे हैं। यहां के प्रभारी मंत्री हैं, लेकिन यहां के लोग कोटा जाकर कहेंगे कि यूडीएच मंत्री ने जयपुर का सत्यानाश कर दिया। उन्होंने कहा कि सीएम की योजनाओं को बगैर जेईएन-एईएन के कैसे लागू किया जा सकेगा। सरकार ने सीवरेज के लिए 50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए, लेकिन मंत्री टेंडर तक नहीं करा पाए हैं। ऐसे इनका मंत्रालय चल रहा है। उन्होंने यहां एक भी मीटिंग नहीं ली। साढे आठ महीने बाद चुनाव हैं, लोगों की भावनाओं को देखना होगा।
मंत्री खाचरियावास की खरी—खरी
मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने भी हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर और निगम प्रशासन को खरी—खरी सुनाई। उन्होेंने महापौर के लिए दो टूक कह दिया कि ये हमारी वजह से मेयर हैं, हम उनकी वजह से नहीं। मंत्री खाचरियावास ने पार्षदों की अनदेखी करने, साधारण सभा नहीं बुलाने और कमेटियों से लेकर सफाई तक के मुद्दें पर हैरिटेज निगम प्रशासन को जमकर लताड़ा। मंत्री खाचरियावास ने निगम प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोगों के हित को ध्यान में रखकर सरकार जयपुर में दो निगम बनाए गए, लेकिन उसके अनुरूप यहां काम नहीं हो सके। उन्होंने मेयर-कमीश्नर को फटकार लगाते हुए काम-काज का हिसाब भी मांग लिया।