राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले दिनों किया गया डामरीकरण अपनी जगह छोडऩे लगा है। इसे छह लेन विस्तार करने वाली कम्पनी की कार्य करने की जल्दबाजी कहे या फिर सरकारी धन का दुरुपयोग, पिछले पन्द्रह दिन से हाइवे विस्तार करने वाली कम्पनी हाइवे के छह लेन के कार्य को पूर्ण दिखाने के लिए डामर की लेयर कर रही है, जिसके लिए सही तय मानकों का उपयोग नहीं करने के कारण सड़क पर डामर पेवरीकरण की लेयर कई जगह से उखड़ गई और गिट्टिया बिखर गई। गिट्टियों के बिखरने के कारण तेज सर्दी एवं कोहरे में रोजाना वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है खासकर बाइक सवार इसके ज्यादा अधिक शिकार हो रहे है।यहा अधिक उखड़ा हुआ है हाइवेहाइवे पर रीको औद्योगिक क्षेत्र के सामने से दहमी तक एवं हमजापुर से दूघेड़ा तक कई जगह डामर उखड़ चुकी है। वही दूघेड़ा अण्डर पास एवं राठ स्कूल के बिल्कुल ही सड़क उखड़ी हुई है। दुघेड़ा अण्डर पास पर तो पिछले एक सप्ताह में एक आधा दर्जन हादसे हो गए है। शुक्रवार को भी गड्ढों में जाने से दो ट्रक खराब हो गए। कोहरे में दिखाई नहीं देने के कारण बाइक सवार गम्भीर रूप से घायल हो गए।छह साल में नहीं बन पाया है हाइवे का छह लेन 2009 में छह लेन का कार्य शुरू होकर 2011 में पूर्ण होना था, जो सात साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा ग्राम शेरपुर, बहरोड़, दहमी, रिवाली की ओर जाने वाली सड़क, मोहलडिय़ा के पास छह लेन के सेमी एक्सप्रेस हाइवे के पास गहरी खाइयां है, जिसके पास निर्माण कम्पनी ने किसी तरह का कोई संकेतक या बेरिकेड्स नहीं लगा रख,ा जिसके कारण हादसे होते रहते है।