डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले एक महिला करणी विहार थाने पहुंची और खुद के कपड़े स्वयं ने ही खोल दिए थे। गिरफ्तार महिला थाने में पहुंचकर कपड़े खोलने वाली महिला की साथी है। उन्होंने बताया कि चाइल्ड हेल्प लाइन प्रतिनिधि की सूचना पर 18 नवबर को हीरापुरा स्थित तृतीय रजनी विहार के एक मकान से तीन बच्चों को पकड़ा। तीनों बच्चे बीमार थे और तीनों को चाइल्ड हेल्प लाइन प्रतिनिधि अपने साथ शेल्टर होम ले गए।
बच्चों की तस्दीक की गई तो तीनों में एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता निकली। सवाईमाधोपुर के भाटोदा थाने में बलात्कार के संबंध में मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद गिरफ्तार की गई महिला नाबालिग के परिजन के पास पहुंची। परिजन को डरा धमका कर उनकी सात वर्षीय बच्ची का पालन पोषण करने की कहकर अपने साथ जयपुर ले आई।
बालिका को खुद के घर पर लाकर बंधक बना लिया और उससे घरेलू काम करवाने लगी। बालिका से मारपीट भी करती। पिछले आठ वर्ष से बच्ची से मजदूर की तरह घरेलू काम करवा रही थी। आरोपी महिला के बेटे की भी इस मामले में तलाश है, वहीं बेटे के खिलाफ वैशाली नगर थाने में बलात्कार का मामला दर्ज है। इस मामले में भी वह फरार है।