भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गहलोत सरकार के कामकाज के विकास प्रदर्शनी का कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने अवलोकन भी किया। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जन घोषणा पत्र के वादे और अपनी सरकार के कामकाज की उपलब्धियों को गांव ढाणियों तक पहुंचाने का स्थानीय जनप्रतिनिधियों को टास्क दिया है। मंत्री विधायकों से लेकर निकाय और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है, जिससे कि जनप्रतिनिधि सरकार की योजनाओं का बखान जनता के बीच जाकर करें।
3 दिन प्रभारी मंत्री रहेंगे अपने-अपने जिलों के दौरे पर
वहीं गहलोत सरकार के 4 साल की उपलब्धियों और कामकाज का बखान जनता के बीच करने के लिए तमाम मंत्री 22 से 24 दिसंबर यानी 3 दिन अपने अपने प्रभार वाले जिलों में रहेंगे और जिला प्रशासन के साथ जिला मुख्यालयों पर सरकार के कामकाज के विकास परिषद प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
साथ ही वहां पर जनता से भी संवाद करेंगे। इसके अलावा पत्रकार वार्ता के जरिए भी गहलोत सरकार के 4 साल के कामकाज का रोडमैप जनता के बीच रखेंगे। नुक्कड़ सभाओं और छोटी-छोटी जन सभाओं के जरिए भी सरकार के 4 साल के दौरान जन घोषणा पत्र के पूरे किए गए 80 फ़ीसदी वादे और प्रमुख फ्लैगशिप योजनाओं को भी जनता के सामने रखेंगे।
विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में करेंगे सरकार के कामकाज का बखान
सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में 28 दिसंबर तक वार्ड और मोहल्ले वाइज नुक्कड़ सभाएं और जनसभाओं के जरिए सरकार के कामकाज का बखान करेंगे। साथ ही सरकार की ओर से 4 साल के कामकाज को लेकर तैयार किए गए बुकलेट का वितरण भी करेंगे।
इसके अलावा गांव ढाणियों में निकाय और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधि लोगों से डोर टू डोर संपर्क करेंगे और गहलोत सरकार के कामकाज के बारे में बताएंगे। साथ ही सरकार की ओर से ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों के लिए सरकार की ओर से क्या-क्या स्कीम चलाई गई है उनके बारे में जानकारी देंगे।किसानों के साथ नुक्कड़ सभाएं करके सरकार की ओर से किसानों के लिए चलाई गई योजनाओं की जानकारी भी देंगे और उनका अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील करेंगे।
मिशन 2023 की तैयारी में जुटी सरकार
इधर अपने जन घोषणा पत्र के 80 फ़ीसदी वादे पूरे करने और कई प्रमुख योजनाएं लांच करके गहलोत सरकार प्रदेश में 1 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। ओल्ड पेंशन स्कीम, वृद्धावस्था पेंशन, निःशुल्क जांच, इंदिरा रसोई योजना, चिरंजीवी योजना, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल जैसे फ्लैगशिप योजनाओं के जरिए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
पांचवे और अंतिम बजट में बड़ी घोषणाएं संभव
पार्टी सूत्रों की माने तो सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद अब गहलोत सरकार का जहां पूरा फोकस अपने जन घोषणापत्र के 100 फ़ीसदी वादे पूरे करने रहेगा तो वही पांचवें और अंतिम बजट में बड़ी घोषणाएं करके भी जनता को लुभाने का प्रयास करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री पहले भी कई बार कह चुके हैं कि 5 और अंतिम बजट जो युवाओं और विद्यार्थियों को समर्पित होगा। इसके अलावा किसानों, मजदूरों और अन्य वर्ग से जुड़े लोगों के लिए भी बड़ी घोषणाएं बजट में संभव है।
वीडियो देखेंः- Gehlot सरकार के चार साल, कितने बेमिसाल..?