मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलकर आंदोलन को लेकर मैने बोला था कि आपको गलतफहमी है। किसान अपने हक के लिए हर कदम पर लड़ेगें। कुछ गलतफहमी है, न सिखों को और न जाटों को हराया जा सकता। किसानों की मांग एमएसपी की है, जो उन्हे देना चाहिए। मलिक ने किसानों के लाल किले पर झंडा फहराने को लेकर कहा कि पहला अधिकार प्रधानमंत्री का है और दूसरा हमारा लेकिन उसे भी बेवजह मुद्दा बनाया गया।
मेघालय के राज्यपाल ने कहा कि अगली बार आऊंगा, तो खुलकर बोलूंगा क्योंकि अगली बार शायद मैं राज्यपाल ही न रहूं। पहले दिन जब किसानों के पक्ष में बोला था तो तय कर लिया था कि दिल्ली से किसी भी तरह का फोन आया तो राज्यपाल की कुर्सी छोड़ दूंगा।