साथ ही राजस्थान राज्य के समस्त कैमिस्टों को निर्देशित किया गया है कि वह एक फरवरी 2020 के बाद से मरीज के चिकित्सकीय परामर्श के आधार पर जो दवायें उन्हें नियमित रूप से दिया जाना आवश्यक हो, उपलब्ध कराए तथा चिकित्सकीय परामर्श पर ‘दवा उपलब्ध करवा दी गई‘ लिखते हुए अपनी मोहर भी लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए यह व्यवस्था की गई उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ नागरिक, क्रोनिक डिजीजेज के रोगी जिनकी नियमित दवाऐं चलती है, वह कोरोना वायरस ( Coronavirus In Rajasthan ) के मध्यनजर राजकीय चिकित्सक से परामर्श प्राप्त नहीं कर पा रहे है अथवा अस्पताल नहीं जा पा रहे है। ऐसे मरीजों को कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है।