जयपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद देशी ही नहीं विदेशी मेहमानों के सैंपल तक नहीं लिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में इन दिनों कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से हड़कंप मचा हुआ है। नौ संक्रमितों में इस वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद भी कोरोना को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। लापरवाही इतनी है कि चिकित्सा विभाग की टीम शादी में आने वाले मेहमानों के सैंपल तक नहीं ले पा रही है। जबकि मेहमानों में कई विदेशी भी शामिल हैं। इसके अलावा जहां शादी हो रही है वहां भी चिकित्सा विभाग की सुस्ती देखने को मिल रही है।
महाराष्ट्र में सख्ती शुरू, यहां नहीं
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं जिससे वहां हवाई यात्रियों से दोनों डोज लगने के बाद भी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट मांगी जा रही है। लेकिन राजस्थान में ऐसा नहीं है। यहां एयरपोर्ट पर तैनात चिकित्सा विभाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि जो भी यात्री आ रहे हैं, वे घरेलू विमानों व चार्टर प्लेन से आ रहे हैं। इसको लेकर यहां कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है। दोनों डोज की रिपोर्ट जांचकर उनको भेज दिया जाता है।
खतरे का अंदेशा इस तरह
शादी में शामिल होने यहां करीब 150 मेहमान आए हैं जिनमें ज्यादातर बॉलीवुड के फिल्मी सितारे हैं। विदेशों से भी कई मेहमान पहुंचे हैं। इनके अलावा ईवेंट, ट्रेवल, कैटरिंग व सुरक्षा संबंधी कार्य के लिए भी करीबन 200 से 300 लोग आए हैं। इसमें भी ज्यादातर महाराष्ट्र से हैं। किले में भी कई लोग काम करते हैं। इस स्थिति में संक्रमण फैलने का खतरा सता रहा है।
सीएमएचओ ने माना- टीम को किले में घुसने नहीं दिया
चौथ का बरवाड़ा किले में कोरोना की सैंपलिंग व रिपोर्ट जांचने के लिए टीम भेजी थी, लेकिन उसे वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने घुसने नहीं दिया। इसके बाद दोबारा प्रयास नहीं किए। हालांकि कोरोना का खतरा तो है, क्योंकि यहां विभिन्न स्थानों से लोग आए हैं। सामने आया कि वे निजी स्तर पर जांच करा रहे हैं। अगर ऐसा होता हो हमें सूचना मिलती। यह भी हवा है।
-डॉ. तेजराम मीणा, सीएमएचओ सवाई माधोपुर