मंत्री खींवसर ने बताया कि यह टावर अगले साल अगस्त तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसमें करीब 600 वाहनों के लिए भूमिगत पार्किंग भी विकसित की जा रही है। साथ ही सड़क की चौड़ाई बढ़ाने का प्रयास भी किया जाएगा ताकि मरीजों को आवाजाही में परेशानी न हो। साथ ही चिकित्सा मंत्री ने कहा कि निर्माण में आ रही वित्तीय बाधाओं को भी जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। इस दौरान चिकित्सा विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी समेत कई लोगो मौजूद रहे।
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आइपीडी टावर की ऊंचाई कितनी होगी, आज होगा फैसला
शहर में निर्माणाधीन आइपीडी टावर को लेकर मंगलवार को सचिवालय एम्पावर्ड कमेटी की बैठक होगी। बैठक में नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के अलावा चिकित्सा शिक्षा विभाग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज और जेडीए के आला अधिकारी शामिल होंगे। इसमें फैसला होगा की आइपीडी टावर की ऊंचाई कम की जाए या मूल प्लान के आधार पर ही प्रोजेक्ट पूरा करें। यदि प्रोजेक्ट में 24 मंजिल बनानी है तो उसके लिए अतिरिक्त राशि की जरूरत होगी। करीब 100 करोड़ रुपए और जुटाने होंगे। बैठक में विभिन्न एजेंसियों से बकाया राशि लेने, प्रोजेक्ट के लिए भूमिगत पार्किंग को लेकर भी चर्चा होगी। प्रोजेक्ट की लागत 516 करोड़ रुपए है।