इन चेहतों के वार्ड में काम का दावा.. लाहोटी ने आरोप लगाए कि महापौर बनाने में और उसके बाद सदन में सहयोग करने वाले कुछ चहेते पार्षदों व चैयरमेनों के वार्डो में सबसे ज्यादा कार्यो के (लगभग 10 से 12 करोड़ रुपए) कार्यादेश जारी किए हैं। इसमें वार्ड संख्या 8, 33, 34, 35, 39, 49, 46, 71, 42 और 28 है।
महापौर का पलटवार…
महापौर का पलटवार…
-जिनके खिलाफ एसीबी में 5 परिवाद दर्ज हो, उनको भ्रष्टाचार पर बोलने का अधिकार ही नहीं है। लाहोटी को चाहिए कि वे एसीबी दफ्तर पहुंचे और जांच में सहयोग करे और वहां से क्लीन चिट लाने के बाद ऐसे बयान दें। काम करना हमारा अधिकार है, दिक्कत है तो शिकायत कर दें। जांच में सब साफ हो जाएगा। -विष्णु लाटा, महापौर