संगठनों ने मांग की है कि एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की जाएं, जो मुनेश गुर्जर के खिलाफ मामलों की जांच करे। अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो राजस्थान के सभी जिलों में आंदोलन किया जाएगा।
साथ ही, गुर्जर समाज ने चेतावनी दी है कि आगामी उप चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। समाज का आरोप है कि पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के व्यक्तिगत द्वेष के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है।