समाज के सचिव नदीम अहमद ने कहा सामूहिक निकाह का मकसद अमीरी-गरीबी मिटा कर सभी को एक प्लेटफार्म पर लाना है। साथ ही इस्लाम के बताए हुए तरीके पर निकाह करना, फिजूलखर्ची से बचना और अच्छी शिक्षा हासिल करना हमारे मकसद है। इस पहल से समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाई जा सकती है और समाज शिक्षित बनाया जा सकता है।
समाज के पूर्व सदर हमीद गौड़ ने बताया कि सम्मेलन में समाज की ओर से पर्यावरण को बचाने के लिए भी पैगाम दिया गया। निकाह के दौरान दूल्हा-दुल्हन को घर में एक पौधा लगाने की शपथ भी दिलवाई गई।