बैठक में चिकित्सालय की एबीजी मशीन का संचालन एसएमएस अस्पताल के मॉडल पर करने, ग्राउण्ड वाटर टेंक की मरम्मत, लिफ्ट के रखरखाव के लिए रेट किए जाने, अस्पताल के लेखों के प्रबन्धन, ब्लड बैंक मशीनरी की एएमएसी, एमआरएस से ऑक्सीजन गैस आपूर्ति भुगतान जैसे विभिन्न विषयों का अनुमोदन एवं निर्णय किए गए। बैठक में उप नियंत्रक डॉ. राकेश हीरावत एवं समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।
अस्पताल की अधीक्षक डॉ. रेखा सिंह ने बताया कि अब जयपुरिया अस्पताल में भी बधिर मरीजों को लगाए जाने वाले कॉक्लीयर इम्प्लांट की सुविधा प्रारम्भ कर दी गई है। अस्पताल में शुक्रवार से ही इसके मरीजों को देखना प्रारम्भ किया गया है। अभी एसएमएस अस्पताल के विशेषज्ञ ही इसके लिए यहां सेवाएं दे रहे हैं