एसओजी सूत्रों के मुताबिक, पेपर लीक के सरगना जगदीश बिश्नोई, भूपेन्द्र सारण, हर्षवर्धन मीणा, शिक्षक राजेन्द्र यादव, शेर सिंह मीणा तो पुलिस की पकड़ में आ चुके। लेकिन अभी बड़े स्तर पर पेपर लीक करवाने वालों में शामिल सुरेश ढाका, पंकज चौधरी उर्फ यूनिक भांभू जैसे कुछ लोग फरार है। इसके अलावा कई ऐसे गिरोह हैं, जो स्थानीय स्तर पर परीक्षार्थियों को नकल करवाने में जुटे रहते हैं। ऐसे गिरोह के विरुद्ध जिला पुलिस को सक्रिय रहकर कार्रवाई करने लिए कहा गया है।
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कनिष्ठ अभियंता परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार शिक्षक राजेन्द्र यादव व पटवारी हर्षवर्धन के ठिकानों पर दबिश में उपनिरीक्षक / प्लाटून कमांडर, महिला सुपरवाइजर, लेब असिस्टेंट, कृषि अन्वेषण, एपीआरओ, लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षाओं के सॉल्व पेपर की प्रतिलिपियां मिली थीं। आशंका है कि, इन परीक्षाओं में आरोपियों ने परीक्षा से पहले पेपर निकलवाकर परीक्षार्थियों को पढ़ाया था। हालांकि एसओजी के लिए अब इन परीक्षाओं के पेपर लीक करवाने के सबूत जुटाना बड़ी चुनौती है।
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एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि पेपर लीक से संबंधित सूचना हेल्पलाइन नंबर 9530429258 पर दे सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि एसओजी हर सूचना की तस्दीक कर रही है। हाल ही पेपर लीक गिरोह के खिलाफ हुई कार्रवाई में आमजन की तरफ से दी गई सूचना अहम रही है।